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बिहार : नीतीश और सुमो ने किया बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण

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पटना, 17 अगस्त (आईएएनएस)| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (सुमो) ने गुरुवार को राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभाचित गोपालगंज, बगहा, बेतिया, रक्सौल तथा पूर्वी चंपारण का हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने बेतिया हवाई अड्डा स्थित हेलीपैड पर पश्चिम चंपारण जिले में आई बाढ़ प्रभावित इलाके में चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यो की स्थिति की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि पश्चिमी चंपारण में ‘लैश लड’ के कारण तबाही हुई है। मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्य तीव्र गति से चलाने एवं हर जरूरतमंद लोगों को त्वरित मदद पहुंचाने का अधिकारियों को निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री बेतिया नगर भवन स्थित इनडोर स्टेडियम पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों के लिए तैयार किए जा रहे ‘फूड पॉकेट’ कार्य का भी निरीक्षण किया और वरीय अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, प्रधान सचिव वन एवं पर्यावरण तथा प्रभारी सचिव (पश्चिम चंपारण) विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चंद्रा सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर गुरुवार को सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, मधुबनी, पश्चिमी चंपारण और पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया तथा प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कायरें का जायजा लिया और उसकी समीक्षा की।

राज्य में बाढ़ के कारण अब तक 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में एडीआरएफ की टीम संकट में फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है। कुछ इलाकों में राहत सामग्री न पहुंच पाने के कारण लोग आक्रोश में हैं, वे राजमार्ग को जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं।

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नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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