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अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका : सेना में ट्रांसजेंडर की भर्ती पर प्रतिबंध का विरोध

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वाशिंगटन, 27 जुलाई (आईएएनएस)| अमेरिका में सेना में ट्रांसजेंडर लोगों की भर्ती पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ न्यूयॉर्क, वाशिंगटन, सैनफ्रांसिस्को और पोर्टलैंड में प्रदर्शन हुए हैं। ट्रंप ने बुधवार को ट्विटर पर इस प्रतिबंध की घोषणा की और इसके कुछ ही देर बाद इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।

राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में अपने प्रचार अभियानों में लेसबियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर और क्वीर (एलजीबीटीक्यू) अमेरिकियों के अधिकारों को समर्थन देने की बात करने वाले ट्रंप ने अपने ट्वीट में कहा, मेरे जनरलों और सैन्य विशेषज्ञों के साथ परामर्श करने के बाद यह जानकारी दी जा रही है कि सरकार अमेरिकी सेना में किसी भी कार्य में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को सेवा की अनुमति नहीं देगी।

उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, हमारी सेना को निर्णायक और बड़ी जीत पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और उस पर किसी तरह का चिकित्सकीय भार नहीं डाला जाना चाहिए जो ट्रांसजेंडरों के सेना में शामिल करने से हो सकता है। धन्यवाद।

‘एबीसी न्यूज’ के अनुसार, इस फैसले से नाराज सौ से अधिक लोग व्हाइट हाउस के बाहर इकट्ठे हुए। इसमें वे ट्रांसजेंडर भी शामिल थे जो सेना में काम कर चुके हैं। इन लोगों ने कहा कि वे इससे ‘चकित और नाराज’ हैं।

ट्रांसजेंडर महिला व नौसेना की पूर्व अधिकारी कारा जाजैक ने कहा, मैं वास्तव में चकित और नाराज हूं। मुझे पता नहीं कि वह कैसे इतनी जल्दी इस निष्कर्ष पर पहुंच गए।

प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप के खिलाफ तख्तियों पर संदेश लिखे हुए थे। व्हाइट हाउस के सामने वे ‘ट्रांस अधिकार- मानवीय अधिकार’ का नारा भी लगा रहे थे।

20 साल तक सेना में सेवा देने वाली ट्रांसजेंडर महिला मेजर किम्बर्ली मूर ने कहा कि यह ‘घृणित’ है कि देश अपने ट्रांसजेंडर नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा नहीं कर रहा है।

एक्सटर्नल रिलेशंस फॉर नेशनल सेंटर फॉर ट्रांसजेंडर इक्विलटी की निदेशक रैफी फ्रीडमैन-गर्सपैन ने कहा, पिछले प्रशासन ने ट्रांसजेंडर लोगों को सेवा देने की अनुमति वाली समझदारी भरी योजना पेश की थी, जिसे खुलकर सम्मान देने की जरूरत है।

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अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

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नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

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