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बिजनेस

हुंडई की एलीट आई20 की बिक्री एक लाख के पार

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नई दिल्ली। वाहन निर्माता कंपनी ह्युंडई मोटर इंडिया ने सोमवार को कहा कि उसकी प्रीमियम हैचबैक एलीट आई20 कार की समेकित बिक्री भारत में 1,00,000 के पार पहुंच गई है। ह्युंडई मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.एस.सियो ने कहा, “हम 11 महीने में ही एलीट आई20 की 1,00,000 से अधिक बिक्री के ग्राहकों की प्रतिक्रिया से बहुत खुश हैं।”

कंपनी ने भारत में 11 अगस्त, 2014 को दूसरी पीढ़ी की आई20 कार पेश की थी। कंपनी ने कार में लगा कम खर्चीले डीजल और पेट्रोल इंजन को इसकी विशेषता बताया है। इसमें लगा 1.2 डुअल वीटीवीटी कप्पा पेट्रोल इंजन 18.60 किलोमीटर प्रति लीटर की रफ्तार देता है, जबकि 1.4 सीआरडीआई डीजल इंजन 22.54 किलोमीटर प्रति लीटर की रफ्तार देता है।

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Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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