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हम 20-25 साल के परिप्रेक्ष्य में बना रहे हैं योजना : निर्मला

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नई दिल्ली। सरकार अगले 20-25 साल को ध्यान में रखकर योजनाएं बना रही है और विभिन्न गतिविधियों और विभागों के लिए तीन से पांच साल की योजनाएं बना रही है। वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमन ने यह बात गुरुवार को कही। इंटरनेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा यहां आयोजित एक कार्यक्रम में निर्मला ने कहा, “लंबी अवधि की योजना 20-25 साल को ध्यान में रखकर बनाई जा रही है, जबकि हर गतिविधि के लिए तीन से पांच साल की योजना बनाई जा रही है।”कुछ अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों ने उनसे 10 साल की योजना के बारे में पूछा था, जो राजनीतिक घटनाक्रमों से अप्रभावित रहे।

निर्मला ने कहा, “एक आम धारणा है कि दिल्ली में कुछ नहीं हो रहा है। हम पुरानी नीतियों से पैदा हुई बाधाएं और परिणामों को हटा रहे हैं।”

मंत्री ने कहा, “अवसंरचना और बिजली में हमारे निवेश के बाद निजी क्षेत्र से भी निवेश होगा। अगले 10 साल में हम औद्योगिक और माल ढुलाई गलियारे देखेंगे और महत्वाकांक्षी सागरमाला परियोजना के साथ कई और बंदरगाह देखेंगे।”उन्होंने कहा, “अगले 10 साल में देश एक विनिर्माण हब बन जाएगा।”

व्यापार की सुविधा के बारे में उन्होंने कहा, “स्वपंजीकरण जैसी व्यवस्था के साथ एक नियामक के तौर पर सरकार एक कदम पीछे हटी है, मगर ऑनलाइन और कागज रहित प्रशासन से पहले लगने वाला लंबा समय कम हुआ है।”

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पुणे हिट एंड रन केस: कोर्ट ने आरोपी के पिता को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा

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पुणे। पुणे हिट एंड रन केस में पुलिस ने नाबालिग आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। इससे पहले मामले में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए फैसला सुरक्षित रख लिया था। मामले में पुलिस ने नाबालिग आरोपी को जमानत मिलने के बाद फिर से अरेस्ट कर लिया। इतना ही नहीं पुलिस ने मामले में नई धारा भी जोड़ी है। इसके साथ ही कोर्ट ने बार के मालिक जितेश शेवनी और जयेश बोनकर को भी 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है।

बता दें कि महाराष्ट्र के पुणे में एक नाबालिग लड़के ने अपनी करोड़ों की पोर्शे कार से दो लोगों को कुचलकर मार डाला। चश्मदीदों का कहना है कि कार की स्पीड करीब 200 किलोमीटर प्रति घंटा था। इस हादसे में मारे गए लोगों की पहचान अनीस दुधिया और अश्विनी कोस्टा के तौर पर हुई थी। दोनों राजस्थान के हैं। बाद में पुलिस ने इस मामले में कार चला रहे 17 वर्षीय आरोपी को हिरासत में लेकर जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जमानत मिल गई।

पुलिस ने उस पर बालिग लोगों की तरह मुकदमा चलाने और उसे पुलिस हिरासत में भेजने की इजाजत मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने इससे इनकार करते हुए आरोपी को जमानत दे दी थे। आरोपी को कोर्ट ने 15 दिनों के लिए येरवडा की ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करने’ और ‘हादसे पर एक निबंध लिखने’ के लिए कहा। वकील प्रशांत पाटिल ने कहा कि जमानत की शर्तों में आरोपी को एक ऐसे डॉक्टर से इलाज कराने का निर्देश दिया गया है जो उसे शराब छोड़ने में मदद कर सके। इसके अलावा उसे ‘साइकेट्रिस्ट से सलाह’ लेकर उसकी रिपोर्ट अदालत में जमा करने का निर्देश दिया गया है।

चश्मदीदों का कहना है कि कार की स्पीड करीब 200 किलोमीटर प्रति घंटा था.पुलिस का दावा है कि बार में शराब पीने के बाद नशे में धुत होकर 17 साल का आरोपी पोर्शे कार को चला रहा था। उसने रविवार तड़के शहर के कल्याणी नगर इलाके में मोटरसाइकिल पर सवार दो लोगों को टक्कर मार दी थी, जिसके चलते उनकी मौत हो गई।

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