Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

हड़ताल से पश्चिमी राज्यों की बैंकिंग प्रणाली ठप

Published

on

Loading

मुंबई| देश के पश्चिमी राज्यों में 4.50 लाख बैंक कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण शुक्रवार को बैंकिंग गतिविधि ठप्प हो गई है। यह जानकारी यहां एक अधिकारी ने दी। शुक्रवार को चार दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का आखिरी दिन है। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष वी. उटागी ने  कहा, “आज (शुक्रवार को) महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा और केंद्र शासित प्रदेश दमन और दीव में 35 हजार शाखाओं में बैंक हड़ताल पूरी तरह सफल रही। इसके साथ ही 20 हजार से अधिक कर्मचारियों ने आज दोपहर मुंबई में रैली भी निकाली।”

उटागी ने कहा कि हड़ताल के कारण चेक निस्तारण, सरकारी लेन-देन, विदेशी मुद्रा विनिमय, शेयर बाजार कारोबार बाधित हुआ।

उटागी युनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियंस (यूएफबीयू) के भी संयोजक हैं।

अकेले मुंबई में चार लाख करोड़ मूल्य के 25 करोड़ से अधिक चेकों का निस्तारण प्रभावित हुआ और कई स्थानों पर दोपहर तक एटीएम में पैसे खत्म हो गए।

हड़ताल दो दिसंबर से जारी है और पश्चिम भारत की यह हड़ताल चार दिवसीय हड़ताल के आखिरी दिन हुई।

कर्मचारी वेतन संशोधन की मांग कर रहे हैं।

उटागी ने कहा कि बैंक कर्मियों का वेतन संशोधन एक नवंबर 2012 से नहीं हुआहै। आखिरी द्विपक्षीय समझौते की अवधि में 31 अक्टूबर 2012 को समाप्त हो गई है।

इस अवधि के समाप्त होने से पहले अक्टूबर 2012 में ही कर्मचारियों और अधिकारियों की अलग-अलग मांगों की साझा सूची यूएफबीयू ने इंडियन बैंक्स एसोसिएशन को सौंप दी थी।

यूएफबीयू नौ बैंक कर्मचारी और अधिकारी संगठनों का एक प्रतिनिधि संगठन है। इसमें शामिल संगठनों में हैं नेशनल कंफरेंस ऑफ बैंक एम्प्लाईज, बैंक एंप्लाईज फेडरेशन ऑफ इंडिया, इंडियन नेशनल बैंक एंप्लाइज फेडरेशन, इंडियन नेशनल बैंक ऑफिशर्स कांग्रेस, नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स, ऑल इंडिया बैंक ऑफिशर्स एसोसिएशन एंड नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिशर्स।

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

Published

on

Loading

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

Continue Reading

Trending