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अन्तर्राष्ट्रीय

सीरिया का अलेप्पो में जहरीली गैस के इस्तेमाल से इनकार

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जहरीली गैस

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जहरीली गैसदमिश्क। सीरिया के विदेश मंत्रालय ने उत्तरी अलेप्पो प्रांत में सेना द्वारा गैस हमले किए जाने से इनकार किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने सीरियाई सेना द्वारा विद्रोही नियंत्रित सुकरी क्षेत्र पर गैस हमला करने से इनकार किया, जिसे कथित तौर पर बुधवार को किया गया।

मंत्रालय ने विद्रोहियों और उनके क्षेत्रीय व अंतराष्ट्रीय समर्थकों पर सीरिया के नागरिकों के खिलाफ गैस हमलों का आरोप लगाया। त्रालय ने यह भी कहा कि वह इस तरह के अपराधों की जांच के लिए रासायनिक हथियार निषेध संगठन के साथ सहयोग करने को तैयार है।

इससे एक दिन पहले बुधवार को कार्यकर्ताओं ने सीरियाई सेना पर अलेप्पो के पड़ोसी क्षेत्र सुकरी में क्लोरीन गैस के इस्तेमाल का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि इस हमले के बाद नागरिकों को घुटन और सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ा था।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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