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मनोरंजन

विश्व आर्थिक मंच पर सम्मानित होंगे शाहरुख

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दावोस, 11 जनवरी (आईएएनएस)| बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान को दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की 48वीं वार्षिक बैठक में 24वें वार्षिक क्रिस्टल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें भारत में बच्चों और महिलाओं के अधिकारों के समर्थन के लिए दिया जाएगा। विश्व आर्थिक मंच की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, अभिनेत्री-निर्देशिका केट ब्लैंचेट और गायिका एल्टन जॉन को भी इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

बयान के अनुसार, इनमें से हर किसी ने अपने तरीके से मानवीयता को बनाए रखने के लिए कार्य किया है।

शाहरुख गैर-लाभकारी संस्था मीर फाउंडेशन के संस्थापक हैं। यह संस्था एसिड हमलों की पीड़ित महिलाओं को चिकित्सीय व कानूनी सहायता, व्यावसायिक प्रशिक्षण, पुनर्वास और आजीविका प्रदान करता है।

शाहरुख बच्चों के अस्पताल में विशेष वार्डो के निर्माण और कैंसर की चिकित्सा ले रहे बच्चों के लिए रहने की नि:शुल्क व्यवस्था के लिए सहायता करते हैं।

इस सम्मान के लिए शाहरुख ने गुरुवार को आभार जताते हुए कहा, इस सम्मान के लिए शुक्रिया। मैं इन बहादुर और सुंदर महिलाओं के साथ काम करने को एक महान सम्मान मानता हूं, क्योंकि यह मेरे जीवन को उद्देश्य प्रदान करता है। मैं इन महिलाओं की अद्भुत बहादुरी के बारे में जागरूकता फैलाने और इस काम को उसके निष्कर्ष पर ले जाने के लिए अन्य लोगों से भी जुड़ने की उम्मीद करता हूं।

24वें वार्षिक क्रिस्टल पुरस्कार से उन उत्कृष्ट कलाकारों की उपलब्धियों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने विश्व की स्थिति में सुधार के लिए उत्कृष्ट प्रतिबद्धता दिखाई है।

यह समारोह 22 जनवरी को होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) को संबोधित करेंगे। वह 1997 के बाद इस प्रतिष्ठित वैश्विक व्यापारिक सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे।

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प्रादेशिक

13 साल बाद एक्ट्रेस को मिला इंसाफ, कोर्ट ने हत्यारे बाप को सुनाई फांसी की सजा

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मुंबई। एक्ट्रेस लैला खान और उसके पूरे परिवार के हत्यारे सौतेले पिता को मुंबई की सेशन कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। कोर्ट ने इस महीने की शुरुआत में परवेज टाक को लैला, उनकी मां और चार भाई-बहन की हत्या और सबूतों को नष्ट करने का दोषी ठहराया था। यह मामला 13 वर्ष पुराना है। सौतेले प‍िता ने लैला, उसकी मां व चार भाई-बहनों की हत्या की थी, इसके बाद शवों को फार्म हाउस में गड्ढा खोदकर दफन कर दिया था।

बता दें कि बीते सप्ताह सरकारी वकील पंकज चव्हाण ने दोषी परवेज टाक के लिए मौत की सजा की मांग की थी। उनका कहना था कि इस हत्या को पूरी तरह से प्लान करके किया गया था, जिसमें एक ही परिवार के छह लोगों को बड़ी ही बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया और शवों को ठिकाने लगा दिया गया।

लैला खान हत्याकांड में मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई हुई थी। इस दौरान आरोपी के वकील वहाब खान ने दलील पेश की, जिसमें उन्होंने कम से कम आजीवन कारावास की सजा की मांग की। वकील ने कहा कि कोई प्रत्यक्ष सबूत नहीं है और शव उनके कहने पर बरामद किए गए थे। इतना ही नहीं बल्कि दोषी के वकील ने जेल में टाक के अच्छे व्यवहार की ओर इशारा करते हुए कहा कि उसमें सुधार हुआ है और इसलिए उन्होंने इसे भी सजा को कम करने का आधार बताया है। हालांकि कोर्ट ने उनकी एक न सुनी और परवेज टाक को फांसी की सजा सुना दी।

बता दें कि परवेज टाक, लैला का सौतेला पिता है। परवेज ने लैला की मां संग तीसरी शादी की थे। साल 2011 में फरवरी में लैला खान, उनकी मां और चार भाई-बहनों की महाराष्ट्र के नासिक जिले के इगतपुरी स्थित उनके बंगले में हत्या कर दी गई थी। रिपोर्ट्स की मानें तो कहा गया कि संपत्तियों पर बहस के बाद परवेज ने इस घटना को अंजाम दिया था।

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