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रेल बजट के बाद रेलवे क्षेत्र के शेयर लुढ़के

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मुंबई | रेल मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा लोकसभा में अपना पहला बजट पेश करने के दौरान गुरुवार दोपहर भारतीय रेल से संबंधित कंपनियों के शेयर लुढ़क गए। टेक्समाको रेल ऐंड इंजीनियरिंग, कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, कालिंदी रेल निर्माण (इंजीनियर्स), स्टोन इंडिया, टीटागढ़ वैगंस, कर्नेक्स माइक्रोसिस्टम्स और सिमको जैसी रेल संबंधित कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही।

हालांकि, इस दौरान हिंद रेक्टीफायर्स और ट्रांसफॉर्मर्स ऐंड रेक्टीफायर्स (इंडिया) के शेयरों में मजबूती रही। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में रेल के डिब्बों की निर्माता कंपनी टेक्समाको रेल ऐंड इंजीनियरिंग दोपहर 1.20 बजे 6.47 प्रतिशत के साथ 130.20 रुपये पर देखे गए, जबकि बुधवार को कंपनी का शेयर 139.20 रुपये पर बंद हुआ था। कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया का शेयर बुधवार को 1,573.60 रुपये के बंद स्तर के मुकाबले गुरुवार को 2.26 प्रतिशत लुढ़क कर 1,538 रुपये पर देखे गए। कालिंदी रेल निर्माण (इंजीनियर्स) का शेयर बुधवार को 140.80 रुपये के बंद स्तर की तुलना में गुरुवार को 6.89 प्रतिशत गिर कर 131.10 रुपये पर देखे गए।

रेल से संबंधित अन्य कंपनी स्टोन इंडिया का शेयर 8.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77.85 रुपये पर देखे गए। बुधवार को यह 84.85 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ था। टीटागढ़ वैगंस के शेयरों पर भी बिकवाली दबाव देखा गया। कंपनी का शेयर 4.70 प्रतिशत लुढ़क कर 552 रुपये पर देखे गए। कर्नेक्स माइक्रोसिस्टम्स का शेयर 0.11 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 46.50 रुपये पर देखे गए। कंपनी का शेयर बुधवार को 46.55 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुआ था। सिमको का शेयर बुधवार को 76.50 रुपये के बंद स्तर के मुकाबले गुरुवार को 6.54 प्रतिशत लुढ़क कर 71.50 रुपये पर देखे गए।

हालांकि, ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टीफायर्स (इंडिया) और हिंद रेक्टीफायर्स के शेयरों में मजबूती रही। बीएसई में ट्रांसफॉर्मर्स ऐंड रेक्टीफायर्स (इंडिया) का शेयर 0.80 प्रतिशत की बढ़त के साथ 188 रुपये पर देखे गए। बुधवार को कंपनी का शेयर 186.50 रुपये पर बंद हुआ था। हिद रेक्टीफायर्स का शेयर बुधवार को 77.85 रुपये के बंद स्तर की तुलना में 1.73 प्रतिशत की मजबूती के साथ 79.20 रुपये पर देखे गए। रेल की माली हालत को दुरुस्त रखने और स्थाई विकास को बढ़ाने के लिए रेल मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा विभिन्न प्रस्तावों को निर्धारित करने के बावजूद गुरुवार को दोपहर बाद के कारोबारी सत्र में निवेशकों का रूझान कमजोर बना रहा।

रेल मंत्री ने निवेश बढ़ाने, नए रेल बुनियादी ढांचे के निर्माण और यात्री सुविधाओं में सुधार से संबंधित विभिन्न प्रस्तावों की घोषणा की। भारतीय रेल विश्व के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक है। भारतीय रेल यात्रियों और मालभाड़े की बढ़ रही मांगों को पूरा करने के लिए निवेश और बुनियादी ढांचे में सुधार की कमी से जूझ रही है। बाजार को उम्मीद है कि सार्वजनिक-निजी साझेदारी (पीपीपी) मॉडल के जरिए सरकार के बुनियादी ढांचागत विकास के प्रस्तावों के अनुरूप ही इस बजट से भारतीय रेल में वित्तीय स्थिरता आएगी और रेल के आधुनिकीकरण के लिए निवेश होगा।

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अफ्रीकन दिखते हैं दक्षिण भारत के लोग… सैम पित्रोदा के बयान पर मचा बवाल, बीजेपी ने बोला हमला

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नई दिल्ली। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने पूर्वोत्तर और दक्षिण भारतीय लोगों को लेकर ऐसा बयान दे दिया है जिसपर बवाल मच गया है। सैम पित्रोदा ने कहा कि पूर्वोत्तर में रहने वाले लोग चीन जैसे दिखते हैं और दक्षिण में रहने वाले अफ्रीकन जैसे। दरअसल, सैम पित्रोदा का एक वीडियो सामने आया है.जिसमें वह कह रहे हैं कि भारत जैसे विविधता वाले देश में सभी एक साथ रहते हैं. वीडियो में उन्हें कहते देखा जा सकता है। वह कहते हैं कि यहां पूर्वी भारत के लोग चीन के लोगों जैसे, पश्चिम भारत में रहने वाले अरब जैसे और दक्षिण में रहने वाले अफ्रीकी लोगों जैसे दिखते हैं। उन्होंने कहा कि बावजूद इसके फिर भी हम सभी मिल-जुलकर रहते हैं।

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के इस बयान पर बीजेपी की ओर से असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पलटवार किया। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से उनके वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा, “सैम भाई, मैं नॉर्थ ईस्ट से हूं और भारतीय जैसा दिखता हूं। हम एक विविधतापूर्ण देश हैं-हम अलग दिख सकते हैं लेकिन हम सभी एक हैं। हमारे देश के बारे में थोड़ा तो समझ लो!”

सैम पित्रोदा के कुछ ही दिन पहले दिए गए विरासत टैक्स वाले बयान पर चुनाव के बीच बवाल मचा था वहीं अब एक बार फिर उनके बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। पिछले दिनों सैम पित्रोदा ने भारत में विरासत कर कानून की वकालत की था। धन के पुनर्वितरण की दिशा में नीति की आवश्यकता पर जोर देते हुए, पित्रोदा ने अमेरिका का हवाला दिया था। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने इससे पल्ला झाड़ लिया था और इसे उनका निजी बयान बताया था।

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