Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

राज्यसभा में रोहित वेमुला खुदकुशी मामले पर हंगामा

Published

on

Loading

rajya-sabha1नई दिल्ली| राज्यसभा में बुधवार को कार्यवाही शुरू होने के बाद सदस्यों ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या के मुद्दे को उठाया, जिसके कारण सदन में खूब हंगामा हुआ और कार्यवाही बाधित हुई। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सांसद मायावती ने रोहित की आत्महत्या के मुद्दे को सदन में उठाया और इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही मायावती ने यह मुद्दा उठाया और कहा, “यह पहली बार नहीं है जब किसी दलित छात्र ने आत्महत्या की है। रोहित अम्बेडकर का समर्थक था। आरएसएस को यह पसंद नहीं था, जिसके कारण उसका शोषण किया गया।”सरकार और राज्यसभा के उप सभापति पी.जे. कुरियन ने भी कहा कि यह मुद्दा दिन में चर्चा के लिए सूचीबद्ध है। फिर भी, बसपा नेता ने जोर देकर कहा कि सरकार को जवाब देना चाहिए।

इसके बाद बसपा के अन्य सांसद भी सभापति की आसंदी के समक्ष पहुंच गए और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने रोहित के परिवार के लिए न्याय की मांग की।हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।बसपा के राज्यसभा में फिलहाल 10 सदस्य हैं।

नेशनल

628 को उम्रकैद, 37 को दिलवाई फांसी, जानें कौन हैं मुंबई उत्तर मध्य सीट से बीजेपी उम्मीदवार उज्जवल निकम

Published

on

Loading

मुंबई| लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने शनिवार को 15वीं सूची जारी कर दी। इस सूची में उज्जवल निकम का नाम भी शामिल है। मशहूर वकील उज्जवल निकम को भाजपा ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए मुंबई उत्तर मध्य सीट से प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से पूनम महाजन का टिकट काट गया है।

बता दें कि पूनम महाजन मुंबई की नॉर्थ सेंट्रल सीट से बीजेपी की निवर्तमान सांसद है। बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई थी। इससे पहले 2014 में भी वह इसी सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची थीं लेकिन इस बार पार्टी ने उनपर भरोसा न जताकर वरिष्ठ वकील उज्जवल निकम को चुनावी मैदान में उतारा है।

बता दें कि उज्जवल निकल देश के जाने-माने वकील हैं उन्हीं ने मुंबई में 26/11 हमले को अंजाम देने वाले आतंकी आमिर कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाया था। इस केस में वह विशेष लोक अभियोजक भी थे। इसके अलावा वह 1993 के बम धमाकों, गुलशन कुमार हत्याकांड और प्रमोद महाजन हत्याकांड जैसे हाई प्रोफाइल केसों में सरकारी की ओर से केस लड़ चुके हैं। उन्होंने अपने 30 साल लंबे करियर में 628 लोगों को आजीवन कारावास और 37 लोगों को मृत्युदंड की सजा दिलवाई।

Continue Reading

Trending