Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

मोदी ने किया स्विट्जरलैंड का द्वितीय दौरा, महत्वपूर्ण फैसलों को मिलेगा नया आयाम

Published

on

Loading

नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्विट्जरलैंड की राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड से प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता से पहले मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, आपसी विकास के लिए संबंधों को प्रगाढ़ कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मोदी ने हैदाराबाद हाउस में लिउथार्ड की अगवानी की।

दोनों नेताओं ने बाद में भारत और स्ट्विजरलैंड के कारोबारियों की बैठक में हिस्सा लिया।

भारत की चार दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचीं लिउथर्ड का इससे पहले राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत किया गया।

इसके बाद लिउथर्ड ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की।

लिउथर्ड ने स्वागत समारोह के बाद कहा, मुझे उम्मीद है कि इस यात्रा से भारत-स्विट्जरलैंड के संबंध मजबूत होंगे। व्यापार को लेकर लंबित पड़ी परियोजनाएं पूरी होंगी। हम नया निवेश सुरक्षा समझौता करने की कोशिश करेंगे।

उन्होंने कहा, स्विट्जरलैंड दुनिया में सर्वाधिक नवाचार वाला देश है.. यह भारत में रोजगार लाएगा।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, लोकतंत्र के साझा मूल्यों पर आधारित दोस्ती। राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड का भव्य स्वागत।

स्विट्जरलैंड, भारत का सातवां सबसे बड़ा कारोबारी साझीदार देश है। मर्चेडाइज एक्सपोर्ट्स, बुलियन व आईटी सेवाओं तथा सॉफ्टवेयर निर्यात सहित दोनों देशों का कुल व्यापार 2016-17 में 18.2 अरब डॉलर का रहा।

स्विट्जरलैंड ने अप्रैल 2000 से सितंबर 2016 के बीच भारत में लगभग 3.57 अरब डॉलर का निवेश किया। इस तरह यह यहां 11वां सबसे बड़ा निवेशक देश बन गया।

2013-14 और 2015-16 के बीच लगभग 100 भारतीय कंपनियों ने स्विट्जरलैंड में लगभग 1.42 अरब डॉलर का निवेश किया।

टीसीएस, इन्फोसिस और टेक महिंद्रा सहित प्रमुख भारतीय आईटी कंपनियों के स्विट्जरलैंड में कार्यालय हैं।

मोदी ने जून 2016 में स्विट्जरलैंड का दौरा किया था और यह कई दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला स्विट्जरलैंड दौरा था।

स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपतियों ने इससे पहले 1998, 2003 और 2007 में भारत का दौरा किया था।

 

नेशनल

पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में बोले अमित शाह, पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे

Published

on

Loading

श्रीरामपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के हुगली के श्रीरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ये पीओके भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी, कांग्रेस-सिंडिकेट कहती है कि धारा 370 को मत हटाओ। मैंने संसद में पूछा कि क्यों न हटाएं तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। 5 साल हो गए खून कि नदियां छोड़ो किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। जब INDI गठबंधन का शासन था तो हमारे कश्मीर में हड़तालें होती थीं। आज पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हड़ताल होती है। पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे, अब पाक अधिकृत कश्मीर में नारेबाजी होती है। राहुल गांधी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ममता बनर्जी आपको डरना है तो डरते रहिए लेकिन मैं आज श्रीरामपुर की धरती से कहता हूं कि ये पाक अधिकृत कश्मीर भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा आने वाले चुनाव में आप सभी वोट डालने वाले हैं। इस चुनाव में एक ओर परिवारवादी पार्टियां हैं जिसमें ममता बनर्जी अपने भतीजे को, शरद पवार अपनी बेटी को, उद्धव ठाकरे अपने बेटे को, स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी, राहुल बाबा को पीएम बनाना चाहती हैं। वहीं दूसरी ओर गरीब चाय वाले के घर में जन्में इस देश के महान नेता नरेन्द्र मोदी जी हैं।

नरेन्द्र मोदी जी ने बंगाल के विकास के लिए ढेर सारे कार्य किए हैं। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक आपके लोग सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे, लेकिन सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार ने बंगाल के विकास के लिए क्या किया। उनकी सरकार ने 10 साल में बंगाल के विकास के लिए मात्र 2 लाख करोड़ रुपये दिए। जबकि मोदी जी ने 10 साल में 9 लाख, 25 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया।

Continue Reading

Trending