Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

कानून के स्नातक भ्रष्टाचार और अन्याय न सहें : राष्ट्रपति

Published

on

भ्रष्टाचार

Loading

भ्रष्टाचारबेंगलुरु| राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रविवार को कानून के स्नातकों से आग्रह किया कि वे रिश्वत देने और हिंसा या दमन का समर्थन करने से इनकार करें। उन्होंने कहा कि वे शासन के बारे में जैसा बदलाव चाहते हैं वैसा बनें।

मुखर्जी नेशनल ला स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (एनएलएसआईयू) के 24वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “आपको बहादुर बनना होगा। यदि आपसे कोई रिश्वत देने को कहे तो इससे इनकार करने का साहस रखें। यदि आपसे हिंसा, भ्रष्टाचार या दमन का समर्थन करने को कहा जाए तो न कहने का साहस रखें।”

राष्ट्रपति ने स्वीकार किया कि एक अन्यायपूर्ण व्यवस्था को तोड़ने का फैसला लेना बदले की कार्रवाई के डर से मुश्किल चुनाव है। महात्मा गांधी जो एक वकील थे, यदि बहादुर नहीं होते तो दक्षिण अफ्रीका के शासकों के खिलाफ लड़ने के कठिन चुनाव की इच्छा नहीं रखते। वह अहिंसा के औजार का सहारा नहीं ले सकते थे और स्वतंत्रता के लिए भारत के लोगों का नेतृत्व नहीं कर सकते थे।

राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि कानून से जुड़ी बिरादरी खासकर कानून के विद्यार्थियों को हर हाल में हमारे लोगों के अधिकारों एवं हित का नेतृत्व करने वाला होना चाहिए। एनएलएसआईयू की तरह के विश्वविद्यालयों को चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मातृभूमि के लिए हमारा प्यार, कर्तव्य पालन, सबके लिए करुणा, सहनशीलता, बहुलतावाद, महिलाओं का सम्मान, जीवन में ईमानदारी दिमाग में बैठ जाए।

राष्ट्रपति ने यह भी उल्लेख किया कि कानून की शिक्षा के क्षेत्र में पिछले दो दशकों में एक मिसाल के रूप में परिवर्तन आया है। कानून के विश्वविद्यालय हर हाल में सैद्धांतिक अवधारणा में और व्यवहारिक अनुप्रयोग के बीच की खाई को जानने और सभी मुद्दों पर सवाल पूछने की उत्सुकता पैदा करके सेतु बनें।

इस दीक्षांत समारोह में राज्यपाल वाजुभाई आर वाला, मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और भारत के मुख्य न्यायाधीश टी. एस. ठाकुर भी उपस्थित थे।

नेशनल

दिल्ली बनी आग की भट्ठी, टूट गए सारे रिकार्ड, पारा 52 डिग्री के पार

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली में गर्मी के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। यहाँ पारा 52 डिग्री को भी पार कर गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को दोपहर ढाई बजे मुंगेशपुर में 52 डिग्री से ज्यादा तापमान दर्ज किया गया है। जब दिल्ली के मंगेशपुर में तापमान 52.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, उस वक्त का औसत तापमान- 45.8 डिग्री था।

मौसम विभाग के अनुसार अब तक राजधानी में इतना अधिक तापमान कभी दर्ज नहीं किया गया। इससे पहले 15 मई, 2022 को दिल्ली में कॉमनवेल्थ स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स का तापमान 49.2 डिग्री तक पहुंचा था। मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार को भी इसी तरह की गर्मी रह सकती है। बुधवार के लिए गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके बाद तापमान में कुछ कमी आएगी, लेकिन उमस भरी गर्मी लोगों की परेशानियां बढ़ा देगी। 31 मई और 1 जून को बूंदाबांदी होने की संभावना है।

मौसम विभाग के क्षेत्रीय प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि नजफगढ़ और मुंगेशपुर में इतना अधिक तापमान दर्ज किया गया, क्योंकि ये शहर के बाहरी इलाके थे। उन्होंने कहा, “दूसरा कारण हवा की दिशा है। जब हवा पश्चिम से चलती है तो उन क्षेत्रों को सबसे पहले प्रभावित करती है। चूंकि वे बाहरी इलाके में हैं, तापमान तेजी से बढ़ता है।” श्रीवास्तव ने कहा कि शहर में लू का प्रकोप अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा।

मौसम विभाग और डॉक्टरों ने जरूरी काम न हो तो घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है। लोग घरों में ही रहें तो लू की चपेट में आने से बच सकते हैं। साथ ही खुद को ठंडा रखने के लिए पानी, नींबू पानी पीते रहें। अगर दोपहर में घर से बार जाना है तो खुद को ढककर निकलें, ताकि लू से बचा जा सके।

Continue Reading

Trending