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बेंगलुरू से नॉर्थ कोरिया के लिए बुक हुई ओला, बताया इतना किराया
सुरक्षा के लिहाज से नॉर्थ कोरिया की यात्रा करना किसी खतरे से खाली नहीं है। दुनिया में लोग हवाई जहाज से भी नॉर्थ कोरिया जाने से डरते हैं, लेकिन बेंगलुरु के एक स्टूडेंट ने पिछली शनिवार की रात को नॉर्थ कोरिया के लिए ओला कैब बुक कर डाली।
21 साल के रोहित मेंडा ने बताया कि वह गूगल मैप के बजाय ओला कैब के ऐप से उत्तर कोरिया और साउथ कोरिया के बीच सडक़ रास्ते का पता कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें उत्तर कोरिया के लिए कैब बुक करने का विकल्प दिखाई दिया। प्रशांत ने बताया कि ऐसा देखकर वह हैरान रह गए।
उन्होंने मजाक में ओला कैब पर नॉर्थ कोरिया तक की कैब बुक करने की कोशिश की। मजेदार बात तो यह हुई कि ओला ऐप ने यह बुकिंग स्वीकार भी कर ली। इस बुकिंग के बदले ओला की ओर से रोहित को एक कंफर्मेशन मैसेज भी आया। जिसमें कैब का नंबर, ड्राइवर का नाम और मोबाइल नंबर तो था ही। साथ में 13,840 किमी के इस इंटरनेशनल टूर बुकिंग के लिए 10 रुपए प्रति किमी के हिसाब से 1 लाख 49 हजार रुपए का इस्टीमेटेड बिल भी रोहित को भेज दिया गया।
रोहित ने इस मैसेज को ट्वीट भी किया। बाद में ओला ने इस ट्वीट का जवाब देते हुए यूजर से कहा कि यह सब टेक्निकल फॉल्ट की वजह से हुआ है इसलिए कृपया अपने फोन को रिस्टार्ट कर लें लेकिन इससे मामला सुलझने के बजाए और तूल पकडऩे लगा। कई अन्य लोगों ने भी अपने अपने स्क्रीनशॉट शेयर किए जसमें बेंगलुरु से न्यूयॉर्क, कनाडा, सऊदी अरब, नॉर्वे, और ग्रेट वॉल ऑफ चाइना के लिए राइड्स बुक है जिसकी कीमत 30, हजार से 6 लाख तक है।
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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।
इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।
चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।
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