Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

लाइफ स्टाइल

बदलते मौसम में ऐसे रखें स्किन का ध्यान

Published

on

Loading

नई दिल्ली। क्या आपकी स्किन पर धूप का गहरा असर पड़ता है या फिर ठंडी हवा से आपकी स्किन रुखी हो जाती है? जब आपकी स्किन बदलती हुई जलवायु के अनुरूप अपने को ढाल रही होती है, तब मौसमी बदलाव के अनुकूल होना इसके लिए मुश्किल हो जाता है।

त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. दिलीप हेमनानी बताते हैं कि जलवायु परिवर्तन के दौरान यह आवश्यक है कि आपकी त्वचा को एक अच्छे क्लीनसर तथा मॉइस्चराइजर से सुरक्षित किया जाए। शरीर के अन्य हिस्सों के मुकाबले चेहरे की त्वचा के ऊतक ज्यादा नाजुक होते हैं, इसीलिए इन्हें अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है। सही उत्पाद चुनने और उत्पाद के अवयवों को ध्यान में रखने से स्वच्छ एवं लचीली त्वचा प्राप्त कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि त्वचा को मॉइस्चराइज रखना सर्दियों में बहुत जरूरी होता है, क्योंकि सर्दियों में त्वचा की नमी खोकर यह रूखी बन जाती है। इसलिए त्वचा पर मिनरल ऑइल युक्त मॉइस्चराइज लगाएं और इसे मुलायम एवं हाइड्रेटेड बनाएं।

इंडियन एसोसिएशन ऑफ डरमेटोलॉजी के पूर्णकालिक सदस्य हेमनानी ने कहा कि मैजिकल मिनरल ऑयल में ऐसे गुण हैं, जो इसे स्किन-फ्रेंडली बनाते हैं और खोए हुए गुण पुन: प्राप्त करने में मदद करते हैं। ऑयल नॉन-रिएक्टिव होते हैं और किसी भी अन्य उत्पाद के साथ आसानी से मिश्रित हो जाते हैं, इसलिए इन्हें कॉस्मेटिक तथा ब्यूटी उत्पादों में व्यापक तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। त्वचा को मॉइस्चराइज करना तथा इसे त्वचा की विभिन्न बीमारियों से बचाना बहुत आवश्यक है।

त्वचा की सुरक्षा के लिए टिप्स :

साबुन : साबुन खरीदने के दौरान आपको 5 से 5.5 की पीएच वैल्यू के बीच के मुलायम साबुन ही खरीदने चाहिए। आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि साबुन में पर्याप्त मात्रा में मिनरल ऑयल या ग्लिसरीन हों। यदि आपको ऐसे साबुन नहीं मिलते हैं, तो आप शॉवर के बाद मिनरल ऑयल पर आधारित बॉडी लोशन भी लगा सकते हैं।

नहाना : नहाने के बाद एक बात यह भी ध्यान रखें कि आप शरीर को पूरी तरह से न सुखाएं, बल्कि इसे हल्का पोंछ लें। नमी बनाए रखने के लिए एक अच्छी मॉइस्चराइज क्रीम का इस्तेमाल करें।

त्वचा का हाइड्रेशन : हम अक्सर इस बात को भूल जाते हैं कि शरीर पर त्वचा की मोटाई, अलग अलग जगहों पर अलग होती है, इसलिए इनके उपाय भी अलग-अलग होने चाहिए। हाथ और पैर कम तेल उत्पन्न करते हैं, इसलिए इन्हें बार बार मॉइस्चराइज की जरूरत पड़ती है। आपको रात में भी मॉइस्चराइज लगाना चाहिए। आप अपने शरीर को पोंछ लें और त्वचा को मुलायम, लचीला तथा युवा बनाए रखने के लिए मिनरल ऑइल आधारित बॉडी लोशन लगाएं।

पैर : सर्दियों में पैर रूखे और सूखे हो जाते हैं, इसलिए उन्हें एक्सफोलिएट करना एवं मॉइस्चराइज करना बहुत जरूरी होता है। एक हिस्सा मिनरल ऑइल के साथ दो हिस्सा ग्लिसरीन लें और इसे पूरी रात लगाकर रखें। इससे त्वचा हाइड्रेट होगी और नर्म एवं मुलायम बनेगी।

मॉइस्चराइज : मिनरल ऑइल आपकी रूखी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ये 12 से 13 साल से कम उम्र के बच्चों तथा 55 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गो की त्वचा के लिए बहुत ही अच्छे मॉइस्चराइज होते हैं। इस उम्र में शरीर हॉर्मोन पैदा नहीं करता है और जिससे त्वचा रूखी हो जाती है। इसलिए शरीर को नियमित तौर पर मॉइस्चराइज करना बहुत जरूरी होती है।

लाइफ स्टाइल

दिल से जुड़ी बीमारियों को न्योता देता है जंक फूड, इन खाद्य पदार्थों से करें परहेज  

Published

on

By

Junk food invites heart related diseases, avoid these foods

Loading

नई दिल्ली। अनियमित लाइफ स्टाइल व तला भुना जंक फूड दिल से जुड़ी बीमारियों की मुख्य वजह बन गया है। स्टडीज़ के अनुसार, अगर आप अपने दिल की सेहत में सुधार करना चाहते हैं, तो इन 4 तरह के खाने से दूरी बना लें।

तला हुआ खाना

कई शोध से पता चला है कि सैचुरेटेड फैट्स शरीर में बैड कोलेस्ट्ऱॉल की मात्रा को बढ़ाने का काम करते हैं। रेड मीट, फ्रेंच फ्राइज़, सैंडविच, बर्गर आदि जैसे फूड्स LDL यानी बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाते हैं, जिससे स्ट्रोक और दिल के दौरे का ख़तरा बढ़ जाता है।

चीनी युक्त सोडा या फिर केक

चीनी को मीठा ज़हर ही कहा जाता है। केक, मफिन, कुकीज़ और मीठी ड्रिंक्स शरीर में सूजन का कारण बनते हैं। चीनी का ज़्यादा सेवन शरीर में फैट्स बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज़, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।

लाल मांस

रेड मीट सैचुरेटेड फैट्स से भरपूर होता है, जिसकी वजह से धमनियों में प्लाक जम सकता है। जिनको मटन खाने का शौक है, उन्हें वह हिस्सा खाना चाहिए जिसमें ज़्यादा प्रोटीन और कम फैट हो। अगर आप चिकन खा रहे हैं तो ब्रेस्ट, विंग्ज़ वाला हिस्सा में ज़्यादा प्रोटीन होता है और कम फैट। वहीं, मछली सबसे हेल्दी और अच्छा ऑप्शन है।

सफेद चावल, ब्रेड या फिर पास्ता

सफेद ब्रेड, मैदे, चीनी और प्रोसेस्ड तेल को मिलाकर तैयार किए जाने वाले फूड्स में किसी भी तरह का फायदा नहीं होता। ऐसा ही सफेद पास्ता के साथ भी है। सफेद चावल में फाइबर की मात्रा कम होती है, इसलिए दिल की सेहत के लिए इसका ज़्यादा सेवन नहीं किया जाना चाहिए।

 

Continue Reading

Trending