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बंगाल के नगर निकाय चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की जबरदस्त जीत
कोलकाता, 17 अगस्त (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल में विपक्ष को ध्वस्त करते हुए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने सभी सातों नगर निकायों में जीत हासिल की है। भाजपा गुरुवार को हुई मतगणना में वाम मोर्चे की जगह प्रमुख विपक्षी दल के तौर पर उभरी है लेकिन वह भी तृणमूल से बेहद पीछे है। राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में फैले कुल 148 वार्डो में से तृणमूल कांग्रेस ने 140 वार्डो में जीत हासिल की है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को छह वार्ड में जीत मिली है। वाम मोर्चे के सहयोगी फारवर्ड ब्लॉक को एक वार्ड में जीत मिली है और एक में निर्दलीय उम्मीदवार जीता है।
वाम मोर्चे की अगुवाई करने वाली मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस को रविवार को हुए चुनावों में एक भी जगह जीत नहीं मिली है।
पूर्वी मिदनापुर जिले के हलदिया में सभी 29 वार्डो व पंसकुरा नगर निगम के 18 में से 17 वार्ड तृणमूल की झोली में गए हैं। भाजपा ने पंसकुरा के एक वार्ड में जीत दर्ज की है और इन दो नगर निकायों के ज्यादातर इलाकों में दूसरे स्थान पर रही है।
जलपाईगुड़ी जिले के घूपगुरी नगर पालिका के 16 वार्डो में से 12 में जीत हासिल कर तृणमूल कांग्रेस फिर सत्ता में लौटी। यहां बाकी की चार सीटें भाजपा को मिलीं।
बीरभूम जिले के नलहाटी नगर पालिका में तृणमूल को 16 में से 14 वार्ड मिले। यहां फारवर्ड ब्लॉक एक वार्ड में और एक वार्ड में निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहा।
दक्षिणी दिनाजपुर जिले के बुनियादपुर नगरपालिका चुनाव में पहली बार चुनावों में तृणमूल कांग्रेस ने जबर्दस्त जीत दर्ज की। यहां तृणमूल को 14 में से 13 वार्ड में जीत मिली और भाजपा को एक में।
पश्चिमी जिले बर्दवान में दुर्गापुर नगर निगम में तृममूल को सभी 43 वार्डो में जीत मिली।
कांग्रेस के पूर्व गढ़ नादिया जिले के कोपर्स कैंप नोटिफाइड अथॉरिटी में भी तृणमूल को सभी 12 वार्डो में जीत हासिल हुई।
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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।
इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।
चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।
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