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प्रादेशिक

प्रोफेसर के घर छापा, 3 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा

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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मेनिट) के सहायक प्रोफेसर ऋषि कुमार सिंह के आवास पर लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार को दबिश दी, जिसमें तीन करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का खुलासा हुआ।

लोकायुक्त के उपाधीक्षक (डीएसपी) उमेश तिवारी ने बताया कि मेनिट परिसर में निवासरत सहायक प्रोफेसर सिंह के पास आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत आई थी, उसी के आधार पर गुरुवार को दबिश दी गई।

तिवारी ने आगे बताया कि सिंह के निवास पर दी गई दबिश में मिले दस्तावेजों से पता चला है कि उनके तीन आवास, एक दुकान, दो फॉर्म हाउस और तीन लग्जरी गाडियां (ऑडी, होंडा सिटी) हैं। सिंह की पत्नी का एक शिक्षण कोचिंग संस्थान है। बरामद दस्तावेजों के आधार पर यह संपत्ति तीन करोड़ रुपये से अधिक की बताई जा रही है।

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प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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