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प्रियंका, रॉबर्ट से लंदन में मिला था : ललित मोदी

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नई दिल्ली| इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व प्रमुख ललित मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा से लंदन के एक रेस्तरां में मुलाकात का सनसनीखेज खुलासा किया, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का रुख कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक हो गया है। आईपीएल के पूर्व कमिश्नर की भाजपा के दो नेताओं (सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे) द्वारा मदद किए जाने को लेकर विवादों में घिरी और कांग्रेस के हमले झेल रही भाजपा को ललित मोदी के नए खुलासे से पलटवार का एक जोरदार हथियार मिल गया है, जबकि कांग्रेस इस मुद्दे पर बचाव की मुद्रा में आ गई है।

आईपीएल में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप से घिरे ललित ने ट्विटर पर लिखा, “लंदन में गांधी परिवार से मिलकर अच्छा लगा। एक रेस्तरां में रॉबर्ट वाड्रा और प्रियंका से अलग-अलग मुलाकात की।”

उन्होंने लिखा कि गांधी दंपति टिम्मी सरना के साथ थे, जो डीएलएफ ब्रांड्स लिमिटेड से जुड़े हैं। उन्होंने लिखा, “वे मुझे फोन कर सकते हैं। मैं उन्हें बताऊंगा कि उनके लिए वास्तव में मैं क्या महसूस करता हूं। बिना किसी लाग-लपेट के बताऊंगा, कोई समझौता नहीं करूंगा..।”

उन्होंने लिखा, “यदि मुझे ठीक से याद है तो यह मुलाकात पिछले साल और उससे एक साल पहले हुई थी। संदेह है कि इस बारे में किसी को बताया गया हो। तब वे सत्ता में थे।”

ललित का यह ट्वीट सामने आने के बाद भाजपा ने हमलावर तेवर अख्तियार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस मुलाकात पर स्पष्टीकरण मांगा, जिनकी कांग्रेस पार्टी ललित की मदद को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से इस्तीफा मांग रही है।

भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा, “कांग्रेस को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। श्रीमती गांधी चुप क्यों हैं?”

वहीं, कांग्रेस ने प्रियंका और रॉबर्ट की ललित से मुलाकात का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं से कहा, “प्रियंका और रॉबर्ट वाड्रा यदि ललित मोदी से लंदन में मिले तो यह कोई अपराध नहीं है, क्योंकि वे ललित मोदी से एक भीड़ भरे रेस्तरां में मिले थे।”

 

नेशनल

बाबा रामदेव की सोन पापड़ी भी टेस्ट में ‘फेल’, असिस्टेंट मैनेजर समेत 3 को 6 महीने की जेल

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नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भ्रामक विज्ञापनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई थी। अब पतंजलि कंपनी की सोन पापड़ी फूड टेस्‍ट में फेल गई है। मुख्‍य न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्‍टेंट मैनेजर सहित तीन लोगों को छह महीने जेल की सजा सुना दी है। तीनों पर जुर्माना भी लगाया गया है। खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 की धारा 59 के तहत सजा सुनाई गई है। असिस्टेंट मैनेजर को 50 हजार और अन्य 2 दोषियों को 10 और 25 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा। मामले में शिकायतकर्ता की ओर से रितेश वर्मा ने पैरवी की।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 17 अक्टूबर 2019 को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ बेरीनाग बाजार का दौरा किया था। इस दौरान बेरीनाग बाजार स्थित लीलाधर पाठक की दुकान में रेड मारी गई। जांच करते हुए रेड टीम ने पतंजलि नवरत्न इलायची सोन पापड़ी के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए रुद्रपुर की लैंब में भेजा गया। साथ ही सप्लायर रामनगर कान्हा जी और पतंजलि को नोटिस जारी किए गए।

जांच में मिठाई की क्वालिटी घटिया मिली। सैंपल फेल हो गया और पुलिस ने एक्शन लेकर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्टेंट जनरल मैनेजर अभिषेक कुमार, कान्हा जी डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड रामनगर के असिस्टेंट मैनेजर अजय जोशी, दुकानदार लीलाधर पाठक को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के खिलाफ सुनवाई पूरी होने के बाद बीते दिन जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई।

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