Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान में 2 अपराधियों को फांसी

Published

on

इस्लाबाद,पाकिस्तान,पंजाब,मृत्युदंड,आर्मी-स्कूल,अधिकतर

Loading

इस्लाबाद | पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मंगलवार को दो अपराधियों को फांसी दे दी गई। समाचार पत्र ‘डॉन’ की वेबसाइट के मुताबिक, वर्ष 1997 में दोहरी हत्या के अपराध में मृत्युदंड पाने वाले जफर को साहिवाल केंद्रीय कारागार में फांसी पर लटकाया गया।

जफर को वर्ष 2000 में मृत्युदंड मिला था। उसे 25 मार्च 2015 को फांसी की होनी थी, लेकिन कुछ कारणों से उसकी फांसी रोक दी गई थी। वहीं, हत्या के मामले में एक जिला अदालत से वर्ष 2002 में मृत्युदंड पाने वाले तैय्यब गुलाम नबी को लाहौर की कोट लखपत जेल में फांसी दी गई। पाकिस्तान ने 10 मार्च को सभी प्रकार के अपराधों से मृत्युदंड पर लगा प्रतिबंध हटा लिया था।

पेशावर के आर्मी स्कूल में हुए तालिबान के घातक हमले के बाद पाकिस्तान ने मृत्युदंड पर लगी रोक हटा दी थी। पेशावर में 16 दिसंबर, 2014 को हुए हमले में 150 से ज्यादा लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर स्कूली बच्चे थे।

अन्तर्राष्ट्रीय

गहरी नींद में थे लोग, तभी भूस्खलन से गांव पर आ गिरा पहाड़ का मलबा, 100 से ज्यादा की हुई मौत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पापुआ न्यू गिनी में शुक्रवार को हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। एबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, भूस्खलन की घटना कथित तौर पर दक्षिण प्रशांत द्वीपीय देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत के काओकलाम गांव में घटी। यह हादसा स्थानीय समय के अनुसार तड़के 3 बजे करीब हुआ। इलाके के निवासियों का कहना है कि मृतकों की संख्या 100 से अधिक भी हो सकती है।

यह प्राकृतिक आपदा तब हुई, जब पूरा गांव अलसुबह करीब 3 बजे गहरी नींद में था और पहाड़ का मलबा गांव पर आ गिरा।ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (ABC) की रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि शुक्रवार तड़के पापुआ न्यू गिनी के एक सुदूर गांव में हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। यह इलाका पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित एंगा प्रांत के काओकालम गांव में हुई है।

स्थानीय लोगों के हवाले से एबीसी ने जानकारी दी है कि इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हालांकि अधिकारियों ने अभी तक मौत के आधिकारिक आँकड़ों की जानकारी नहीं दी है। सोशल मीडिया पर भी इस खौफनाक हादसे के कई वीडियो सामने आए हैं, जिससे बड़ी-बड़ी चट्टानों, पेड़ों और मलबे के नीचे से ग्रामीणों की लाशों को निकालते हुए दिखाया जा रहा है।

Continue Reading

Trending