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पाकिस्तान ने घुसपैठ कराई तो देंगे करारा जवाब : डीजीएमओ

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नई दिल्ली। भारतीय सेना के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट ने सोमवार को अपने पाकिस्तानी समकक्ष से कहा कि भारत शांतिप्रिय देश है और वह शांति चाहता है, लेकिन यदि पाकिस्तान घुसपैठ की घटनाओं में सहयोग देना जारी रखेगा तो उसे माकूल जवाब दिया जाएगा।

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भारतीय सेना की ओर से जारी बयान के मुताबिक, भारतीय डीजीएमओ ने नियंत्रण रेखा पर मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के बाद अपने पाकिस्तानी समकक्ष के समक्ष यह बात कही।

बयान के मुताबिक, “यदि पाकिस्तानी सेना घुसपैठ में लगातार मदद करती रही और एलओसी पर गोलीबारी करती रही तो भारतीय सेना उचित कार्रवाई करेगी।”

जब पाकिस्तान ने नागरिकों की हत्या का मामला उठाया तो इसके जवाब में भारतीय डीजीएमओ ने कहा कि भारतीय सेना पेशेवर है, जो नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचाती।

नेशनल

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता व ग्वालियर राज घराने की राजमाता माधवी राजे सिंधिया का निधन हो गया है। उनका इलाज पिछले दो महीनों से दिल्ली के एम्स में चल रहा था। आज सुबह 9.28 बजे उन्होंने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली।

हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया था कि, राजमाता माधवी राजे को सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें 15 फरवरी को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। इसी साल 6 मार्च को भी उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। उस समय भी उनकी हालत नाजुक थी और उनको लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम पर रखा गया था।

पहली बार 15 फरवरी को माधवी राजे की तबीयत बिगड़ी थी, उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उसके बाद से ही उनकी हालत नाजुक बनी हुई थे। वे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थीं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुछ समय पहले यह जानकारी शेयर की थी।

नेपाल राजघराने से माधवीराजे सिंधिया का संबंध है। उनके दादा शमशेर जंग बहादुर राणा नेपाल के प्रधानमंत्री थे। कांग्रेस के दिग्गज नेता माधवराव सिंधिया के साथ माधवी राजे के विवाह से पहले प्रिंसेस किरण राज्यलक्ष्मी देवी उनका नाम था। साल 1966 में माधवराव सिंधिया के साथ उनका विवाह हुआ था। मराठी परंपरा के मुताबिक शादी के बाद उनका नाम बदलकर माधवीराजे सिंधिया रखा गया था। पहले वे महारानी थीं, लेकिन 30 सितंबर 2001 को उनके पति और पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया के निधन के बाद से उन्हें राजमाता के नाम से संबोधित किया जाने लगा।

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