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अन्तर्राष्ट्रीय

5 मुस्लिम देशों ने कतर से राजनयिक संबंध तोड़ा

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काहिरा/दोहा, 5 जून (आईएएनएस)| सऊदी अरब, यमन, बहरीन, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने सोमवार को कतर के साथ राजनयिक संबंध तोड़ दिए। इन देशों ने कतर पर मुस्लिम ब्रदरहुड नाम के संगठन को बढ़ावा देने के साथ आतंकवादी समूहों को सहयोग देने और उनके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए संबंध तोड़े हैं।

सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) का कहना है कि ‘सऊदी अरब आतंकवाद और चरमपंथ के खतरों से देश को बचाने के लिए कतर से राजनयिक संबध तोड़ रहा है।’

मिस्र के विदेश मंत्रालय का कहना है कि ‘कतर की नीति से अरब जगत की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है और यह अरब समाज में तनाव और विभेद के बीज बोने का काम कर रही है।’

इन पांचों देशों ने कतर से अपने राजनयिकों को वापस बुलाने के साथ अगले 24 घंटों के भीतर कतर से भूमि, जल और वायु संपर्क भी बंद करने का ऐलान किया है।

एसपीए ने सऊदी अरब के अधिकारियों के हवाले से बताया कि कतर की सेनाओं को यमन में चल रहे युद्ध से भी हटाया जाएगा क्योंकि कतर की गतिविधियों से अलकायदा और इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकवादी संगठनों और विद्रोही मिलिशिया को मजबूती मिल रही है।

बहरीन ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि कतर उसके आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है और उसके खिलाफ नकारात्मक प्रचार में शामिल है। यह आतंकवादी गतिविधियों और सशस्त्र बलों को सहयोग देने और ईरान समर्थित समूहों का वित्तपोषण करने के लिए भी जिम्मेदार है, जो देश में हिंसा और विध्वंस के लिए जिम्मेदार हैं।

बहरीन ने कतर के राजनयिकों से 48 घंटों के भीतर देश छोड़कर जाने को कहा है।

समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएम के मुताबिक, यूएई ने भी कतर पर आतंकवाद का वित्तपोषण करने, आतंकवाद और चरमपंथ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

यमन की सरकारी समाचार एजेंसी सबा के मुताबिक, यमन सरकार ने भी ऐलान किया कि वह कतर के साथ सभी संबंधों को समाप्त कर रही है। यमन ने कतर पर उसके ईरान समर्थित हौती दुश्मनों के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया।

कतर के विदेश मंत्रालय ने अरब देशों द्वारा उठाए गए इन कदमों पर खेद जताते हुए इसे अनुचित करार दिया है।

अलजजीरा चैनल ने कतर के विदेश मंत्रालय के बयान के हवाले से बताया, ये कदम अनुचित हैं और उन आरोपों पर आधारित हैं, जिनका कोई आधार नहीं है। इन फैसलों से देश के नागरिकों के सामान्य जनजीवन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने खाड़ी देशों से एकजुट रहने का आग्रह किया।

अलजजीरा ने टिलरसन के हवाले से बताया, हम सभी पक्षों से एकजुट होकर बैठ कर चर्चा करने और मतभेदों को दूर करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।

यूएई की प्रमुख विमानन कंपनी एतिहाद एयरवेज का कहना है कि वह मंगलवार सुबह से कतर आने-जाने वाली उड़ानों को रद्द कर देगी।

हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इससे अन्य देशों के विमानों के संचालन पर किस तरह प्रभाव पड़ेगा।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्‍तानी अमेरिकी अरबपति साजिद तरार का बयान- मोदी फिर बनेंगे पीएम, उनके जैसे नेता की हमें भी जरुरत

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नई दिल्ली। पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी कारोबारी साजिद तरार ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक मजबूत नेता हैं जो भारत को नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं और वह तीसरी बार देश के पीएम के रूप में लौटेंगे। साजिद तरार ने कहा कि मोदी न केवल भारत के लिए बल्कि क्षेत्र और दुनिया के लिए अच्छे हैं और उम्मीद है कि पाकिस्तान को भी उनके जैसा नेता मिलेगा।

पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी कारोबारी पीएम मोदी को दुनिया का मजबूत नेता बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया और दक्षिण एशिया के लिए अच्छे नेता हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि पाकिस्तान को भी उनके जैसा नेता मिलेगा। तरार ने कहा कि वह एक जन्मजात नेता हैं। वह एक ऐसे पीएम हैं जिन्होंने अपनी राजनीति को जोखिम में डालकर पाकिस्तान का दौरा किया। मैं उम्मीद करता हूं वे पाकिस्तान के साथ बातचीत और व्यापार शुरू करेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि भारत एक युवा देश है और उसे युवा लोगों का अच्छा साथ मिल रहा है। तरार ने आगे कहा कि यह एक चमत्कार है। भारत के 97 करोड़ लोग अपने मत डाल रहे हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। आप भविष्य में देखेंगे कि लोग भारतीय लोकतंत्र से सीख लेंगे। तरार ने पीओके में चल रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर कहा कि आर्थिक स्थिति खराब होने और महंगाई के कारण वहां के लोग परेशान है। उन्होंने पाकिस्तानी पीएम के आर्थिक पैकेज को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पूरे पाकिस्तान में फिलहाल पीओके जैसी ही स्थिति है। आतंकवाद-कानून व्यवस्था और राजनीतिक अस्थिरता के कारण आज देश कई संकटों से जूझ रहा हैं।

 

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