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वीके सिंह नाराज, पाक दिवस में सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर होना पड़ा था शामिल

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नई दिल्ली। पाक उच्चायोग में पाकिस्तान दिवस पर आयोजित समारोह में कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की उपस्थिति से उठा विवाद अभी थमा भी नहीं था कि कार्यक्रम में सरकार के नुमाइंदे के तौर पर विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह की मौजूदगी पर सवाल खड़े हो गए हैं। केंद्र सरकार के लिए मुश्किल तब हो गई जब खुद वीके सिंह ने समारोह में अपनी शिरकत से नाराजगा जताई। पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह समारोह में अपनी ‘संक्षिप्त’ उपस्थिति पर खीझ मिटाने की कोशिश करते हुए बोले कि उन्हें सरकार का प्रतिनिधि बनकर जाने को कहा गया था।

पाक उच्चायोग के हुर्रियत प्रेम पर तल्खी के बावजूद पाकिस्तान दिवस समारोह में विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व किया। सोमवार को इस समारोह में कश्मीरी अलगाववादी नेताओं मीरवाइज उमर फारुक, सैयद अली शाह गिलानी और यासीन मलिक समेत छह अलगाववादी नेताओं की मौजूदगी में वीके सिंह भी वहां 15 मिनट की हाजिरी के लिए पहुंचे। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर भी मौजूद थे।

वीके सिंह ने कार्यक्रम से लौटते ही ट्विटर पर एक के बाद पांच ट्वीट में कार्यक्रम को लेकर अपनी राय जाहिर की, जिसमें उनका असंतोष साफ झलक रहा था। ट्वीट में वीके सिंह यह जताने से नहीं चूके कि उन्हें जिस काम के लिए भेजा गया वह उससे नाखुश हैं। अपने ट्वीट से मीडिया में उठे भूचाल के बाद सिंह ने बाद में अपने ट्वीट में नरमी लाते हुए कहा, ‘नैतिक और कानूनी कारणों से लक्ष्य हासिल करने को व्यक्ति प्रतिबद्ध होता है।’

नेशनल

लोगों ने साफ तौर पर कह दिया वो देश को मोदी और अमित शाह से नहीं चलवाना चाहते : राहुल गांधी

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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस दफ्तर में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हम सिर्फ भाजपा के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ रहे थे, हम हिंदुस्तान की तमाम सस्थाओं के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे। मोदी और शाह ने इन सभी संस्थाओं को डराया धमकाया। हमारी लड़ाई संविधान को बचाने की थी। मेरे दिमाग में पहले से था, जब इन्होंने हमारा बैंक अकाउंट सीज किया। मुख्यमंत्रियों को जेल में डाला। तभी मुझे लगने लगा था कि हिंदुस्तान की जनता इनके खिलाफ एक साथ खड़ी हो जाएगी। राहुल गांधी ने कहा कि जहां भी गठबंधन लड़ा हम एक होकर लड़े, हमने हिंदुस्तान को एक नया विजन दिया है। देश ने साफ तौर पर कह दिया कि वह देश को मोदी और अमित शाह से नहीं चलवाना चाहते। राहुल गांधी ने कहा कि इस संविधान को बचाने का काम गरीबों ने किया है। मैं उनको धन्यवाद कहना चाहता हूं, कांग्रेस उनके साथ खड़ी है। हमने जो वादे किए हैं हम उन्हें हर हाल में पूरा करेंगे।

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि यह जनता की जीत है, ये लोकतंत्र की जीत है। पीएम नरेंद्र मोदी की यह नैतिक हार है। खरगे ने कहा कि राहुल गांधी दोनों यात्राओं का असर हुआ है तभी इंडिया गठबंधन इतनी सीटें जीत रही है। उन्होंने कहा कि यह जनता को जीत है, विनम्रता से जनता का जनमत स्वीकार करते हैं। जनता ने किसी एक पार्टी को बहुमत नहीं दिया।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी को यह राजनैतिक और नैतिक हार है, नैतिक दृष्टि से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। इंडिया गठबंधन ने प्रतिकूल माहौल में चुनाव लड़ा। शुरू से आखिर तक कांग्रेस का कैंपेन पॉजिटिव था। मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि नैतिक दृष्टि से पीएम मोदी को बड़ा नुकसान हुआ है। इंडिया गठबंधन ने प्रतिकूल चुनाव लड़ा। हमारे खिलाफ कई अभियान चलाये। हमने महंगाई, बेरोज़गारी और मज़दूरों की बदहाली को मुद्दा बनाया। लोग हमसे इन मुद्दों पर जुड़े हमारा साथ दिया। कांग्रेस के घोषणा पत्र के बारे में जो झूठ फैलाया वो भी जनता ने समझ लिया। राहुल गांधी की न्याय यात्रा सफल रही।

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