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कांग्रेस ने दिया सरकार को सहयोग का आश्वासन, बजट सत्र सोमवार से

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नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र सोमवार से शुरू होगा। सत्र के हंगामेदार रहने की उम्मीद है। सत्र से पहले संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने रविवार दोपहर संसद के दोनों सदनों के विभिन्न दलों के नेताओं की बैठक बुलायी, ताकि आपसी चर्चा की जा सके। बैठक के बाद नायडू ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार को बजट सत्र के सुचारु संचालन में सरकार का सहयोग करने का भरोसा दिया है।

सर्वदलीय बैठक से पहले नायडू के साथ हुई इस मुलाकात में सोनिया ने भूमि अधिग्रहण अध्यादेश पर चिंता जताई। यह अध्यादेश संसदीय मंजूरी की प्रतीक्षा में है। नायडू ने कहा कि मैंने उनसे (सोनिया) कहा कि सभी राज्यों और घटकों से पर्याप्त विचार विमर्श करने के बाद अध्यादेश लाया गया है। मुलाकात को सौहाद्र्रपूर्ण करार देते हुए नायडू ने कहा कि विपक्ष के पास आपत्ति जताने का हर अधिकार होता है और ‘हम उसका आदर करते हैं।’

मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि सदन चलाना सभी पार्टियों का सामूहिक दायित्व है। मोदी ने सभी पार्टियों को आश्वस्त किया कि सदन में उठाए जाने वाले सभी मुद्दों पर उनकी महत्ता के अनुसार चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि बजट सत्र बहुत महत्वपूर्ण है।

उल्लेखनीय है कि बजट सत्र में केंद्र सरकार को ऊपरी सदन में अध्यादेशों के स्थान पर छह विधेयकों को पारित कराना सुनिश्चित करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। कई विपक्षी दलों ने वस्तुत: ‘अध्यादेश राज’ के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। विशेष तौर पर भूमि कानून में बदलाव के खिलाफ उनका रुख सख्त है। संसद सत्र के दौरान सरकार पूर्ण बजट पेश करेगी। इस सत्र में भाजपा नेताओं, संघ परिवार के सदस्यों के विवादास्पद बयान और मुद्रास्फीति समेत अन्य मुद्दों पर सरकार पर निशाना साधने के लिए विपक्षी दलों के पास कई विषय हैं।

संसद के बाहर भी विपक्ष ने प्रदर्शन की तैयारी कर रखी है। 22 फरवरी को पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश गौतमबुद्ध नगर जिले के चाउरोली गांव में किसान महापंचायत में भूमि अधिग्रहण अध्यादेश पर केंद्र सरकार पर निशाना साधेंगे। विवादास्पद भूमि अधिग्रहण अध्यादेश पर विरोध तेज करते हुए कांग्रेस ने 25 फरवरी को जंतर मंतर पर धरना देने का फैसला किया है, जिसमें राहुल गांधी के शामिल होने की उम्मीद है।

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बाबा रामदेव की सोन पापड़ी भी टेस्ट में ‘फेल’, असिस्टेंट मैनेजर समेत 3 को 6 महीने की जेल

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नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भ्रामक विज्ञापनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई थी। अब पतंजलि कंपनी की सोन पापड़ी फूड टेस्‍ट में फेल गई है। मुख्‍य न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्‍टेंट मैनेजर सहित तीन लोगों को छह महीने जेल की सजा सुना दी है। तीनों पर जुर्माना भी लगाया गया है। खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 की धारा 59 के तहत सजा सुनाई गई है। असिस्टेंट मैनेजर को 50 हजार और अन्य 2 दोषियों को 10 और 25 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा। मामले में शिकायतकर्ता की ओर से रितेश वर्मा ने पैरवी की।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 17 अक्टूबर 2019 को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ बेरीनाग बाजार का दौरा किया था। इस दौरान बेरीनाग बाजार स्थित लीलाधर पाठक की दुकान में रेड मारी गई। जांच करते हुए रेड टीम ने पतंजलि नवरत्न इलायची सोन पापड़ी के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए रुद्रपुर की लैंब में भेजा गया। साथ ही सप्लायर रामनगर कान्हा जी और पतंजलि को नोटिस जारी किए गए।

जांच में मिठाई की क्वालिटी घटिया मिली। सैंपल फेल हो गया और पुलिस ने एक्शन लेकर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्टेंट जनरल मैनेजर अभिषेक कुमार, कान्हा जी डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड रामनगर के असिस्टेंट मैनेजर अजय जोशी, दुकानदार लीलाधर पाठक को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के खिलाफ सुनवाई पूरी होने के बाद बीते दिन जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई।

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