Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

त्रिपुरा : 12 घंटे की हड़ताल से जनजीवन प्रभावित

Published

on

Loading

अगरतला| त्रिपुरा में कांग्रेस द्वारा उनके पार्टी कार्यकर्ताओं पर कथित पुलिस अत्याचार के विरोध में बंद के आह्वान से जनजीवन प्रभावित हुआ है। इस दौरान ज्यादातर दुकानें, बाजार और बैंक बंद रहे जबकि रेल और वाहनों का आवागमन भी हड़ताल के कारण ठप रहा। त्रिपुरा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष आशीष साह ने कहा कि राजधानी से 225 किलोमीटर दूर दमचारा में धरना देने वालों पर सत्ताधारी मार्क्‍सवादी कम्युनिष्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। इसमें कांग्रेस कार्यकर्ता कामेश्वर सिन्हा (59) की मौत हो गई, जबकि सात अन्य पार्टी सदस्य घायल हो गए।

पुलिस का हालांकि कहना है सिन्हा हड़ताल के समर्थन में धरने पर बैठा थे, इसी दौरान उसकी हृदयगति रुकने से मौत हो गई। राज्य में प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने 17 नवंबर को एक सविनय अवज्ञा आंदोलन का आयोजन किया था, इसी दौरान पुलिस ने आंदोलन कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया था, जिसके विरोध में कांग्रेस ने 12 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया था। आंदोलनकारियों की मांग थी कि त्रिपुरा में विभिन्न विभागों पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों की सीबीआई से जांच कराई जाए।

पुलिस अधिकारी ने बताया, “पूरे त्रिपुरा से तकरीबन 200 से ज्यादा लोगों को दफ्तर जाने से रोकने, वाहनों के आवागमन में वाधा पहुंचाने और सामान्य कार्यो में अड़चन डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।” उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए राज्य में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। राज्य में ज्यादातर बाजार, दुकानें, उद्योग, शैक्षणिक संस्थाएं, बैंक और वित्तीय संस्थान बंद रहे। त्रिपुरा में सड़कें सुनसान थीं, साथ ही रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है।

सरकारी और अर्ध सरकारी संस्थानों में लोगों की उपस्थिति भी अपेक्षाकृत कम रही। अगरतला हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि अगरतला से कोलकाता और अगरतला से गुहावटी की विमान सेवा सामन्य रही। पुलिस महानिरीक्षक (पुलिस नियंत्रण) नेपाल दास ने बताया, “12 घंटे की हड़ताल ज्यादातर शांतिपूर्वक रही। कुछ छिटपुट छटनाओं को छोड़कर अभी तक किसी भी बड़ी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं मिली है।” पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कांग्रेस और माकपा के तकरीबन 15 कार्यकर्ता अलग-अलग स्थानों पर घायल हुए हैं। त्रिपुरा से बांग्लादेश और अन्य उत्तरपूर्वी राज्यों के लिए बस सेवा भी प्रभावित हुई है।

प्रादेशिक

गोयल इंस्टीट्यूट के छात्रों ने स्ट्रिंग पोर्ट्रेट थ्रेड आर्ट कला विधि से बनाया पीएम मोदी का पोर्ट्रेट

Published

on

Loading

लखनऊ। गोयल इंस्टीट्यूट ऑफ़ हाईयर स्टडीज महाविद्यालय लखनऊ के ललित कला विभाग के छात्रों ने 30 फीट के आकार में स्ट्रिंग पोर्ट्रेट थ्रेड आर्ट की कला से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पोर्ट्रेट बनाया।

यह दृश्य कला की नई विधा में धागे से बना पोर्ट्रेट अपने आप में खास है। इसे बनाने में कुल 30 घंटे का समय लगा। जिसमें धागे का वजन लगभग 15 किलो तथा उस धागे की कुल लंबाई लगभग 45 किलोमीटर है। छात्रों ने बताया कि चित्र के आकार में इस प्रकार की कला में यह अब तक का सबसे बड़ा आर्टवर्क है जो इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ द रिकॉर्ड, इंटरनेशनल बुक ऑफ द रिकॉर्ड तथा गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए प्रस्तावित है।

आठ छात्रों की टीम (ब्रेकअप टीम) का नेतृत्व बाराबंकी स्थित अमोली कला, रामनगर निवासी देवाशीष मिश्रा द्वारा किया गया। टीम के अन्य महत्वपूर्ण सदस्यों में अभिषेक महाराणा, आदर्श शांडिल्य, लारैब कमाल खान, अभय यादव, सानिध्य गुप्ता, आरुषि अग्रवाल व कृतिका जैन का नाम शामिल है। इसका संचालन डॉक्टर संतोष पांडेय, प्राचार्य गोयल इंस्टीट्यूट आफ हायर स्टडीज महाविद्यालय ने किया। निरीक्षण श्रीमती शिखा पांडेय वह राकेश प्रभाकर द्वारा किया गया। इसमें ललित कला विभाग के प्राध्यापकों व समस्त छात्रों के सहयोग रहा।

Continue Reading

Trending