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तीन देशों की यात्रा पर जाएंगे मोदी, आर्थिक विकास पर होगा फोकस

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Narendramodi

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नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उनकी आगामी कनाडा, फ्रांस और जर्मनी की यात्रा आर्थिक विकास और युवाओं के लिए रोजगार सृजन पर केंद्रित रहेगी। मोदी 10-16 अप्रैल के बीच इन तीन देशों की यात्रा पर रहेंगे। मोदी ने कई सारे ट्वीट में कहा है, “कनाडा, फ्रांस और जर्मनी का मेरा आगामी दौरा भारत के आर्थिक एजेंडे और युवाओं के लिए रोजगार सृजन पर केंद्रित है।”

उन्होंने कहा कि पेरिस के दौरे पर हम भारत-फ्रांस आर्थिक सहयोग को सुदृढ़ करने पर चर्चा करेंगे और पेरिस के बाहर स्थित उच्च-प्रौद्योगिकी से लैस औद्योगिक इकाइयों का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि जर्मनी में मैं और चांसलर एंजेला मर्केल संयुक्त रूप से (दुनिया का सबसे बड़ा औद्योगिक व्यापार मेला) हनोवर मेसे का उद्घाटन करेंगे, जिसमें भारत एक साझेदार देश है।”

मोदी ने लिखा, “कनाडा के साथ संबंध बढ़ाने तथा नेताओं, उद्योगपतियों और भारतीय प्रवासियों से मिलने को उत्सुक हूं।” प्रधानमंत्री ने कहा कि वह पेरिस की यात्रा के दौरान ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम में फ्रांस की अधिक से अधिक मौजूदगी सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि फ्रांस हमारे सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारों में से है, जो कठिन वक्त में हमारे साथ खड़ा रहा है।

पोखरण परमाणु परीक्षण के बाद फ्रांस से मिले सहयोग हमें याद हैं। इसके बाद अटल जी ने सबसे पहली द्विपक्षीय यात्रा फ्रांस की ही की थी।” उन्होंने कहा कि फ्रांस अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत का सबसे महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय साझेदार है। फ्रांस और भारत ने असैन्य परमाणु ऊर्जा सहयोग पर समझौता किया है। फ्रांस परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता का लगातार समर्थन करता रहा है।

वहीं, मोदी 12 से 14 अप्रैल को जर्मनी में रहेंगे और उन्होंने कहा कि इस यात्रा में उनका मुख्य ध्यान हनोवर औद्योगिक व्यापार मेला में भागीदारी पर रहेगा, जिसका उद्घाटन 12 अप्रैल को होगा। उन्होंने कहा, “भारत हनोवर व्यापार मेला में इस साल साझेदार देश है। इसने भारत को व्यापार मेला में विशेष स्थान दिया है और हमारी व्यावसायिक क्षेत्र की बड़ी मौजूदगी सुनिश्चित की है।”

उन्होंने कहा कि भारत की हनोवर व्यापार मेले में भागीदारी बेमिसाल स्तर पर होगी। हम न सिर्फ आर्थिक क्षेत्र में अपने अवसरों और क्षमताओं को दिखाएंगे, बल्कि हम इस कार्यक्रम का इस्तेमाल विश्व को हमारी समृद्ध धरोहर को प्रदर्शित करने में भी करेंगे, जो कि निश्चित रूप से हमारे पर्यटन क्षेत्र को लाभ पहुंचाएगा। मोदी ने कहा, “मैं भारत में जर्मनी का निवेश बढ़ाने में इस दौरे का इस्तेमाल करूंगा, विशेष रूप से विनिर्माण, कौशल विकास और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में।” मोदी ने कहा कि वह हनोवर और बर्लिन दोनों जगह मर्केल के साथ विस्तृत वार्ता करेंगे।

प्रधानमंत्री ने कनाडा के अपने दौरे के संबंध में कहा कि प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर उनका वहां स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री हार्पर ने भारत-कनाडा संबंधों में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने दो बार भारत की यात्रा की है, उनकी पिछली यात्रा नवंबर 2012 में हुई थी।” मोदी ने कहा, “आजादी के तुरंत बाद कनाडा सबसे अधिक महत्वपूर्ण विकासशील साझेदारों में रहा है। आज, यह महत्वपूर्ण आर्थिक साझेदार के रूप में फिर से उभरने की क्षमता रखता है।”

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सीएम योगी का सपा पर निशाना, कहा- इनके शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए जाते थे

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उन्नाव। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उन्नाव में एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और सपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा-कांग्रेस का इतिहास प्रभु श्रीराम का विरोध करने वाला रहा है। कांग्रेस कहती थी कि प्रभु राम का अस्तित्व ही नहीं है। वहीं, दूसरी तरफ सपा कहती थी कि अयोध्या में एक भी परिंदा पर नहीं मार सकता है, यह इनका दोहरा चरित्र है। सपा के शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए जाते थे।

सीम योगी ने कहा कि इन लोगों ने अयोध्या, रामपुर में सीआरपीएफ कैंप, काशी में संकटमोचन मंदिर, लखनऊ, अयोध्या और वाराणसी की कचहरी पर हमला करने वाले आतंकियों के मुकदमे वापस लेने का प्रयास किया था। जिस पर कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि आप इनके मुकदमे वापस लेने की बात कह रहे हैं और कल इन्हें पद्म पुरस्कार से नवाजेंगे।”

उन्होंने कहा कि अयोध्या में जहां एक ओर रामलला विराजमान हो गए हैं। वहीं, दूसरी ओर बड़े-बड़े माफिया की ‘राम नाम सत्य’ हो रही है। इंडिया गठबंधन पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि इनके मेनिफेस्टो में अल्पसंख्यकों को खाने-पीने की पूरी स्वतंत्रता देने की बात कही गई है। यह जनता को नहीं बता रहे हैं कि ऐसा कौन सा खान-पान है जो बहुसंख्यक समाज नापसंद करता है। बहुसंख्यक समाज गोमाता की पूजा करता है और वह गोकशी को बर्दाश्त नहीं कर सकता है।

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