Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

झुकती है दुनिया, झुकाने वाला चाहिए

Published

on

दुखदाई यमन संकट, आपरेशन ‘राहत’, भारतीय नौसेना, वायुसेना, जहाररानी के जांबाजों, विदेश मंत्रालय के अधिकारी व कर्मचारी, नौसेना के विमानवाहक पोत आईएनएस सुमित्रा, शिया हौती विद्रोहियों से पीडि़त यमन

Loading

नई दिल्‍ली। बचपन से ही सुनता आ रहा हूं कि ताकतवर के आगे दुनिया झुककर सलाम करती है, भारत के संदर्भ में पहली बार यह कहावत चरितार्थ होते देख रहा हूं। दुखदाई यमन संकट ने भारतवासियों को गर्व से सिर उठाने का मौका दिया है। हालांकि यमन संकट से सभी को पीड़ा है और होना भी चाहिए क्‍योंकि आतंक के सहारे शासन करने का मौका किसी को भी देना विश्‍व बंधुत्‍व की मूल भावना के खिलाफ है। फिर भी अपने देश के लिए गर्व करने का कोई मौका भी तो नहीं चूका जा सकता।

यमन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वतन वापसी के लिए भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने एक आपरेशन ‘राहत’ चलाया। जिसके तहत भारतीय नौसेना, वायुसेना और जहाररानी ने संयुक्‍त रूप से प्रभावी कार्यवाही की। नौसेना के विमानवाहक पोत आईएनएस सुमित्रा ने अलकायदा के गढ़ अल-होदिदा से हजारों भारतीयो को सुरक्षित वापस निकाला।

यही नहीं भारतीय जांबाजों ने उस पाकिस्‍तान के कुछ नागरिकों की भी सुरक्षित घरवापसी करवाई जो सीमा पर हमारे सैनिकों का सर काटकर ले जाते हैं, उस बांग्‍लादेश के नागरिकों को भी घर पहुंचाया जिसकी सैन्‍य टुकड़ी बांग्‍लादेश राइफल्‍स ने कुछ वर्षों पहले बीएसएफ के जवानों को यातनापूर्ण मौत देकर उनका क्षत-विक्षत शव हमें सौंप दिया था, लेकिन चलिए कोई बात नहीं- Its happens only in INDIA.

गर्व करने वाली बात यह है कि शिया हौती विद्रोहियों से पीडि़त यमन से अपने नागरिकों को निकालने के लिए दुनिया के 26 देशों ने भारत से लिखित रूप से मदद मांगी है। इन देशों में पड़ोसी नेपाल, बांग्‍लादेश, श्रीलंका सहित विश्‍व का सबसे बड़ा चौधरी अमेरिका, स्‍वीडन और सिंगापुर जैसे देश भी हैं। है न गर्व करने वाली बात!

लेकिन यह देखकर भी कष्‍ट होता है कि विवादित बयानों और बेवजह के मसलों पर दिन-रात डिबेट करवाने वाली मीडिया इस गर्व करने वाली घटना पर खामोश है। क्‍या इसकी वजह सिर्फ केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार है? या किसी और वजह से मीडिया के मुंह पर ताला बंद है। यह शोध का विषय है।

कुछ भी हो लेकिन भारतीयों के लिए तो यह गर्व का विषय है कि सांप-संपेरों, जादू-टोने का देश कहे जाने वालों से आज वो लोग भी मदद मांग रहे हैं जो अपने आप को विश्‍व की अग्रणी व सर्वोत्‍तम व्‍यवस्‍थाओं वाला देश कहते हैं। इसके लिए बधाई के पात्र भारतीय नौसेना, वायुसेना और जहाररानी के जांबाजों के साथ-साथ विदेश मंत्रालय के अधिकारी व कर्मचारी भी हैं जिन्‍होंने समय रहते त्‍वरित कार्यवाही कर देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। भारत जिंदाबाद

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

यूपी के मिर्जापुर में भीषण गर्मी का कहर, चुनाव ड्यूटी पर लगे 13 कर्मचारियों की मौत से मचा हड़कंप

Published

on

Loading

मिर्जापुर। यूपी के मिर्जापुर में चुनाव ड्यूटी में लगे 13 मतदान कर्मियों की मौत से हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है सभी की मौत भीषण गर्मी की वजह से हुई है। यहां स्थित मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने यह जानकारी दी। मिर्जापुर स्थित मां विंध्यवासिनी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजबहादुर कमल कहा कि मृतकों में सात होमगार्ड जवान, तीन सफाई कर्मचारी, सीएमओ कार्यालय में तैनात एक लिपिक, एक चकबंदी अधिकारी और होमगार्ड टीम का एक चपरासी शामिल है।

जिले में एक जून काे मतदान कराने के लिए नगर के पॉलिटेक्निक परिसर से फोर्स के साथ पोलिंग पार्टियों को रवाना किया जा रहा था। दोपहर दस बजे के बाद अचानक होमगार्ड्स, सिपाही, पीएसी के जवान व पैरामिलिट्री के कुछ जवान गश्त खाकर गिरने लगे। कोई पोलिंग पार्टी के साथ मतदान केंद्र पर पहुंचकर बेहोश हो गया। देखते ही देखते वह कोमा में चले गए। यह देख तत्काल वहां मौजूद अन्य लोग जवानों को लेकर अस्पताल पहुंचे। दोपहर दो बजे तक करीब 30 होमगार्ड्स, पीएसी व सीआरपीएफ के जवान भर्ती किए जा चुके थे।

वहीं, शाम चार बजते बजते 40 जवान भर्ती कर लिए गए। इसमें सात होमगार्ड्स के जवानों की मौत हो गई। मृतकों में गोंडा के बच्चाराम, प्रयागराज के त्रिभुवन सिंह, बस्ती के रहने वाले सत्य प्रकाश, गोंडा के रहने वाले रामजियावन, सिकंदरपुर महगांव कछार कौशांबी के रामकरन शामिल है। इनके अलावा भी 6 लोगों की मौत हुई है।

 

Continue Reading

Trending