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गिलगित-बालतिस्तान चुनाव में पीएमएल-एन को बढ़त

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इस्लामाबाद | पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के गिलगित-बालतिस्तान विधानसभा के लिए हुए मतदान के बाद मंगलवार को जारी मतगणना में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) बढ़त बनाए हुए है। समाचार चैनल ‘जियो न्यूज’ की रिपोर्ट के मुताबिक, मतगणना के शुरुआती रुझानों में पीएमएल-एन ने 10 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) एवं पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने अब तक चार-चार सीटों पर जीत दर्ज की है।

मजलिस वहदत-ए-मुस्लिमीन (एमडब्ल्यूएम) और तहरीक-ए-इस्लामी ने दो-दो सीटें जीती हैं। वहीं दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी दो सीटों जीत हासिल की है। पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) के मुताबिक, क्षेत्र में कुल 6,18,364 मतदाता हैं, जिनमें 2,88,889 महिलाएं एवं 3,29,475 पुरुष हैं। क्षेत्र की 24 विधान सभा सीटों के लिए कुल 278 उम्मीदवारों ने चुनाव में भाग्य आजमाया है। पीएमएल-एन और पीटीआई ने सभी 24 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, जबकि पीपीपी ने 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे।

एमडब्ल्यूएम ने अपने 15 उम्मीदवारों को चुनावी अखाड़े में उतारा था। वहीं, ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) ने 13, जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फज्ल (जेयूआई-एफ) ने 10, पाकिस्तान आवामी तहरीक (पीएटी) ने सात, जमात-ए-इस्लामी (जेआई) ने छह और तहरीक-ए-इस्लामी ने 12 उम्मीदवार उतारे थे। गिलगित-बालतिस्तान विधानसभा क्षेत्र का गठन 2009 में राष्ट्रपति के आदेश से हुआ था और पीपीपी ने तब चुनाव जीतकर यहां पांच सालों के लिए क्षेत्र की सत्ता संभाली थी। दिसंबर 2014 में यहां एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया, जिसके अधीन ये चुनाव कराए जा रहे हैं।

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इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक पीएम मोदी ने जताया शोक, कहा- दुःख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक जताया है। इब्राहिम रईसी की रविवार को को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रायसी के निधन से मुझे गहरा दुख और सदमा लगा है। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी संवेदना है। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।

बता दें कि अजरबैजान के घने और पहाड़ी इलाके में रविवार को राष्ट्रपति का विमान क्रैश हो गया था। इसके बाद ईरान की सेना ने हेलीकॉप्टर की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसमें विमान का मलबा मिल गया। हालांकि, दुर्घटनास्थल पर जीवन के कोई संकेत नहीं मिले हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद राष्ट्रपति रईसी के जीवित होने की उम्मीदें न के बराबर हैं।

बता दें कि अजरबैजान के जंगल में खराब मौसम की वजह से इब्राहिम रईसी के विमान की आपात लैंडिंग कराई गई थी, जिससे हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद ईरान की जांच एजेंसियों को विमान का मलबा मिला। इसके बाद ईरानी मीडिया ने हेलीकॉप्टर हादसे में राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की मौत की पुष्टि की। ईरानी रेड क्रिसेंट प्रमुख ने बताया कि बचाव टीमें दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। इस हादसे में विमान का पूरा केबिन जलकर राख हो गया, जिसमें किसी के जिंदा होने के निशान नहीं मिले हैं। इस बीच ईरानी न्यूज एजेंसी ने बताया कि हादसे में किसी के बचने की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि राष्ट्रपति का चॉपर पूरी तरह से तबाह हो गया।

ईरान के प्रेस टीवी के अनुसार, रेस्क्यू दल ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर का पता लगा लिया है। दुर्घटनास्थल पर किसी भी जीवित व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिला है। आपको बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पूर्वी अजरबैजान के दौरे गए थे। वे अपने विमान से राजधानी तेहरान लौट रहे थे, तभी उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान देश की सीमा से सटे जुल्फा शहर के पास हादसा हो गया। उनके साथ हेलीकॉप्टर में विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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