Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मनोरंजन

‘गाजी’ के लिए आवाज दे सकते हैं अमिताभ बच्चन

Published

on

Loading

'गाजी' के लिए आवाज दे सकते हैं अमिताभ बच्चनचेन्नई | दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन, राणा डग्गुबाती और तापसी पन्नू अभिनीत आगामी फिल्म ‘गाजी’ के हिंदी संस्करण के लिए आवाज दे सकते हैं। फिल्म से जुड़े एक सूत्र ने कहा, “निर्माता अमितजी से बात कर रहे हैं। कहानी के कुछ महत्वपूर्ण हिस्सों के लिए उनकी आवाज का इस्तेमाल किया जाएगा। उनकी सहमति मिलना अभी बाकी है।”

संकल्प रेड्डी निर्देशित फिल्म 1971 के युद्ध के दौरान भारत के पूर्वी समुद्र तट से दूर पाकिस्तान की पनडुब्बी पीएनएस गाजी के रहस्यमय तरीके से डूबने की कहानी है।

फिल्म कुछ हद तक खुद संकल्प द्वारा लिखी गई किताब ‘ब्लू फिश’ पर आधारित है।

फिल्म में राणा नौसेना के एक अधिकारी के रूप में और तापसी शरणार्थी की भूमिका में नजर आएंगी।

फिल्म को तेलुगू में भी बनाया गया है। तेलुगू संस्करण में आवाज देने के लिए फिल्म निर्माता, जूनियर एनटीआर से बात करने पर विचार कर रहे हैं।

मनोरंजन

हाईकोर्ट पहुंचे जैकी श्रॉफ, बिना इजाजत ‘भ‍िडू’ बोला तो देना होगा 2 करोड़ जुर्माना

Published

on

Loading

मुंबई। बॉलीवुड के दिग्गज एक्‍टर जैकी श्रॉफ को आपने अक्सर ‘भ‍िडू’ शब्द का प्रयोग करते सुना होगा। कई बार उनसे मुलाकात के दौरान उनके फैंस भी इस शब्द का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अब अगर आपने आगे से ऐसा किया तो आपको 2 करोड़ रु का जुर्माना देना पड़ सकता है। एक्‍टर ने ‘व्यक्तित्व और प्रचार अधिकारों की सुरक्षा’ के तहत ‘भ‍िडू’ शब्‍द के इस्‍तेमाल पर दिल्‍ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और कई संस्‍थानों के ख‍िलाफ केस किया है।

यह मामला उन संगठनों के खिलाफ दायर किया गया है जो जैकी श्रॉफ का इस्तेमाल उनकी अनुमति के बिना व्यावसायिक लाभ के लिए कर रहे हैं। उम्मीद है कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुनाएगा ताकि अभिनेता के प्रचार अधिकारों की रक्षा की जा सके। मामले को कल 14 मई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

यह पहली बार नहीं है कि किसी बॉलीवुड अभिनेता ने गोपनीयता और प्रचार अधिकार के लिए अदालत से मदद मांगी है। इससे पहले दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने लोगों को अभिनेता की नकल करने और उनकी सहमति के बिना उनकी आवाज का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

दूसरी ओर पिछले साल अनिल कपूर ने भी अपने व्यक्तित्व अधिकारों की रक्षा के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। इसके अलावा, इस साल जनवरी में अनिल कपूर ने केस जीत लिया। इसमें उन्होंने ‘झकास’ शब्द वाला तकिया कलाम, अपने नाम, आवाज, बोलने के तरीके, छवि, समानता और हावभाव की सुरक्षा की मांग की थी। उनका कहना था कि इसका प्रयोग न किया जाए।

Continue Reading

Trending