Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मनोरंजन

कान्स में ऋचा का ‘अविश्वसनीय’ पल

Published

on

कान्स, फ्रेंच रिविएरा,कान्स अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल,ऋचा चड्ढा,मसान

Loading

कान्स | फ्रेंच रिविएरा में चल रहे कान्स अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में ऋचा चड्ढा अभिनीत ‘मसान’ ने दो पुरस्कार जीते। यही नहीं, फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद इसे पांच मिनट का विशेष अभिवादन मिला, लेकिन ऋचा के लिए इस बार कान्स में शामिल होने की बड़ी बात अपनी पसंदीदा फ्रांसीसी अभिनेत्री मेरियन कॉटिल्लार्ड से मुलाकात रही। ऋचा ने शनिवार को ट्विटर पर लिखा, “कान्स में जब अपनी आर्दश मेरियन कॉटिल्लार्ड को साक्षात देखा, तो आवाक रह गई। अविश्वसनीय।”

फिल्म ‘मसान’ की कहानी एक छोटे शहर के चार लोगों की है, जो अपनी अपनी तरह से नैतिकता में विश्वास करते हैं। फिल्म ने शनिवार को कांस में प्रोमिसिंग फ्यूचर अवॉर्ड और इंटरनेशनल फेडेरेशन ऑफ फिल्म क्रिटिक्स अवॉर्ड जीता। ऋचा ने नीरज घेवन निर्देशित फिल्म को दो अवॉर्ड मिलने के बाद ट्विटर पर लिखा, “यह सबसे अच्छा दिन है। हे ईश्वर.. ‘मसान’ दो पुरस्कारों के साथ वापस आ रही है। मैं रोमांचित हूं। शुभकामनाओं के लिए सबका शुक्रिया।”

मनोरंजन

नहीं रहे दंगल गर्ल जायरा वसीम के पिता, सोशल मीडिया पर लिखा भावुक पोस्ट

Published

on

Loading

मुंबई। दंगल गर्ल जायरा वसीम पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके पिता अब इस दुनिया मन नहीं रहे। इसकी जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर दी और लोगों से उन्हें अपनी दुआओं में याद करने की अपील भी की। पूर्व एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम स्टोरी में एक नोट शेयर किया है जिसमें वह पिता के साथ नजर आ रही हैं।

इंस्टाग्राम स्टोरीज पर जायरा वसीम ने नोट में लिखा था, ‘मेरे पिता जाहिद वसीम का निधन हो गया है। मैं सभी से अनुरोध करती हूं कि वो अपनी प्रार्थनाओं में उन्हें याद रखें और उनके लिए अल्लाह से क्षमा मांगें। कृपया प्रार्थना करें कि अल्लाह उनकी कमियों को माफ कर दे, उनकी कब्र को आराम की जगह बनाए, उन्हें किसी भी सजा से बचाए, उन्हें परलोक में आसानी प्रदान करे और उन्हें जन्नत का सबसे ऊंचा स्थान प्रदान करे और उन्हें मगफिरत दे।’

उन्होंने अपने पिता के साथ एक प्यारी-सी तस्वीर भी शेयर की और उनके निधन पर एक भावुक नोट लिखा। जायरा ने लिखा, ‘वास्तव में आंखें आँसू बहाती हैं और दिल दुखी होता है, लेकिन हम वही नहीं कहेंगे जो हमारे भगवान को पसंद हो। मेरे पिता जाहिद वसीम का निधन हो गया है। कृपया उन्हें अपनी दुआओं में याद रखें और अल्लाह से उनकी कमियों को माफ करने, उनकी कब्र को शांतिपूर्ण बनाने, उन्हें इसके अजाब से बचाने और आगे की उनकी यात्रा को आसान बनाने के लिए कहें। उन्हें आसानी से हिसाब दिया जाए और उन्हें जन्नत और मगरिरा का ऊंचा दर्जा दिया जाए। वास्तव में, हम अल्लाह के हैं और हम उनके ही पास जाएंगे।’

 

Continue Reading

Trending