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कांग्रेस को पटेल आरक्षण पर हार्दिक पटेल का अल्टीमेटम

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अहमदाबाद, 28 अक्टूबर (आईएएनएस)| कांग्रेस के साथ नजदीकियां बढ़ाने का आरोप झेल रहे पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने शनिवार को कांग्रेस को अल्टीमेटम जारी किया है। पटेल ने 3 नवंबर तक कांग्रेस से यह स्पष्ट करने को कहा कि गुजरात की सत्ता में आने पर वह पटेल समुदाय को आरक्षण देगी या नहीं।

पाटीदार नेता ने ट्वीट कर कहा, कांग्रेस को 3 नवंबर, 2017 तक संवैधानिक रूप से आरक्षण देने के अपने प्रस्ताव के बारे में रुख साफ करना होगा। अगर वह स्थिति साफ नहीं कर पाती है तो उसका हाल सूरत में अमित शाह जैसा ही होगा।

हार्दिक ने कहा कि कांग्रेस पटेल के लिए कोटे पर अपना रुख साफ कर देती है तो उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सर्मथन देने में कोई दिक्कत नहीं है।

‘अमित शाह जैसा हाल’ से उनका आशय सूरत और करमसाड में हुई अमित शाह की रैली से है, जहां शाह के भाषण के दौरान आंदलोनकारी पटेल युवकों ने काफी हंगामा किया था, जिस कारण शाह का भाषण बाधित हुआ था।

पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के कुछ सदस्यों ने पिछले साल 8 सितंबर को अमित शाह की रैली में हंगामा किया था, जिससे उन्हें अपने भाषण में कटौती करना पड़ा था।

इसके बाद पहली अक्टूबर को जब शाह करमसाड में गुजरात गौरव यात्रा की शुरुआत कर रहे थे, तो कई पटेल युवाओं ने ‘जय सरदार, जय पाटीदार’ के नारे लगाए थे और सम्मेलन को बाधित करने का प्रयास किया था।

हार्दिक पटेल का अल्टीमेटम उस वक्त आया है, जब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दोबारा राज्य का दौरा करने की तैयारी में हैं। राहुल अगले महीने दक्षिण गुजरात का तीन दिवसीय दौरा करेंगे।

उनका बयान शुक्रवार को पास और कांग्रेस के बीच आर्थिक संलिप्तता का आरोप लगाने वाले पास नेता नरेंद्र पटेल के कथित ऑडियो क्लिप की एक श्रृंखला के सामने आने के बाद आया है। ऑडियो क्लिप में नरेंद्र पटेल एक अज्ञात शख्स से बातचीत करते हुए सुनाई दे रहे हैं। इस बातचीत में वह यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि कांग्रेस राज्य में पटेल आंदोलन को काफी समय से वित्त पोषित कर रही है।

नरेंद्र पटेल ने कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सलाहकार और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी और मेहसाना के पूर्व सांसद जिवाभाई पटेल पर पास की गतिविधियों के लिए विस्तारित वित्तीय मदद करने की बात कही है।

इससे पहले हार्दिक पटेल के अहमदाबाद के एक पांच सितारा होटल, जिसमें राहुल गांधी अपने गुजरात दौरे के दौरान ठहरे हुए थे, उसी होटल में जाने की सीसीटीवी फुटेज सामने आई थी, जिसको विभिन्न समाचार चैनलों ने प्रसारित किया था।

भाजपा लंबे समय से आरोप लगा रही है कि पाटीदार आरक्षण आंदोलन कांग्रेस के द्वारा पर्दे के पीछे से समर्थित है। होटल की सीसीटीवी फुटेज और नरेंद्र पटेल के ऑडियो क्लिप ने भाजपा के हाथों में एक हथियार दे दिया है, जिसके जरिए भाजपा पाटीदार नेता पर हमला कर सकती है।

कांग्रेस का कहना है कि वह एससी/एसटी और ओबीसी के लिए वर्तमान 49 प्रतिशत और समाज के अनारक्षित समुदायों के लिए 20 प्रतिशत कोटा देने के लिए कानूनी प्रावधान लाएगी।

कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा, हम गरीब और मध्यम वर्ग के लिए संविधान के मुताबिक आरक्षण का प्रवधान हर हाल में करेंगे।

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नेशनल

दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

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नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

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