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उप्र : अनिल यादव से जुड़ी जानकारियां छिपाने का राज्य सरकार पर आरोप

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लखनऊ| उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) के अध्यक्ष अनिल यादव से जुड़ी अहम जानकारियां छिपाने का राज्य सरकार पर आरोप लगाया गया है। भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा ने आरोप लगाया है कि सूचना के अधिकार के तहत राज्य सरकार से जो अहम जानकारियां मांगी गई थीं, उसे सरकार ने छिपा लिया है और जो जानकारी दी गई है, वह पूरी तरह अप्रासंगिक है।

भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह ने नौ जनवरी, 2015 को मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात जन सूचना अधिकारी से आरटीआई के तहत सूचना मांगी थी। आरटीआई के माध्यम से उन्होंने यह जानना चाहा था कि क्या नियुक्ति के समय आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव के संबंध में सत्यापन कराया गया था कि इनके विरुद्घ प्रदेश के किसी भी जिला न्यायालय में कोई वाद लंबित है या नहीं और इनकी हिस्ट्रीशीट खोली गई या नहीं।

आरटीआई आवेदन में यह भी पूछा गया था कि यदि कोई नियमानुसार संस्तुति हुई है तो जिला प्रशासन की ओर से इनके आचरण के संबंध में दिए गए अनापत्ति प्रमाणपत्र की छायाप्रति प्रदान की जाए। लेकिन न तो शासन ने और न ही आगरा जिलाधिकारी ने इस संबंध में किसी प्रकार का जवाब दिया। भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा का आरोप है कि सरकार और जिला प्रशासन के रवैये से साफ है कि शासन-प्रशासन ने आयोग अध्यक्ष की कारगुजारियां छिपाई है। मोर्चा की ओर से मांग की गई है कि आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव पर धोखाधड़ी का मुकदमा चलाया जाए।

उल्लेखनीय है कि उप्र लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव पद संभालने के समय से ही विवादों में रहे हैं। उनपर सरकारी नियुक्तियों में जाति विशेष का पक्ष लेने का आरोप भी लगाया गया है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने भी अनिल यादव की अध्यक्ष पर नियुक्ति को लेकर तल्ख टिप्पणी की थी। उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार से यह बताने को भी कहा है कि अनिल यादव की नियुक्ति किस आधार पर की गई थी।

उत्तर प्रदेश

कन्नौज में बोले सीएम योगी- उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटों पर कमल का फूल खिलाएंगे

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कन्नौज। देश में तीन चरणों के मतदान संपन्न हो चुके हैं। चौथे चरण में सोमवार को वोट डाले जाएंगे। इसके लिए सभी पार्टियां जी जान से चुनाव प्रचार में लगी हुई हैं। इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कन्नौज में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पूरे देश और इस राज्य की जनता ने अपना मन बना लिया है। हम उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटों पर कमल का फूल खिलाएंगे और उसकी माला बनाकर माननीय प्रधानमंत्री के गले में पहनाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने देश में 400 से भी ऊपर सीटें जीतने का दावा किया।

उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए आगे कहा कि ये नया भारत केवल बोलता ही नहीं है करके दिखाता है। भाजपा ने कहा था कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। तब समाजवादी पार्टी के लोग रामभक्तों पर गोलियां चलाते थे। बोलते थे परिंदा भी पर नहीं मार सकता लेकिन हमने आज मंदिर वहीं बनाकर दिखाया है। 500 सालों बाद इस वर्ष पहली बार प्रभु श्री राम ने अयोध्या की इस पावन धरती पर होली भी खेली और अपना जन्मदिन भी मनाया है। पहली बार भगवान राम का सूर्य तिलक भी हुआ है। ये अद्भुत घटनाएं भारत में कभी-कभी होती है और हम सौभाग्यशाली है जो इन घटनाओं को अपनी आंखों के सामने होते हुए देख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वे कन्नौज से चुनाव इसलिए लड़ रहे हैं कि इंडी गठबंधन को यहां प्रत्याशी नहीं मिल रहा था। सपा अध्यक्ष कह रहे हैं कि सेवा करना चाहता हूं। जब मौका था, तब कन्नौज के इत्र में बदबू फैलाने का काम कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अखिलेश से कन्नौज के लड़ने का कारण बताया। सीएम योगी ने कहा, उम्मीदवार ढूंढे नहीं मिल रहे थे, तो उन्होंने खुद दांव आजमा लिया। पहले को टिकट दिया, फिर उसका टिकट काट दिया, दूसरे को दिया तो वह मैदान छोड़कर भाग गया। तीसरे की घोषणा की तो वह मना कर दिया। जब कोई नहीं मिला तो खुद लड़ने चले आए।

योगी ने कहा, जब मौका मिला तब बदबू फैला रहे थे। हर दूसरे दिन यूपी में दंगा कराते थे। इनके शासन में बेटियों-व्यापारियों की सुरक्षा से खिलवाड़ होता था। गरीबों के हकों पर डकैती पड़ती थी। मुख्यमंत्री आवास बुलाकर दंगाइयों का महिमामंडन करते थे, लेकिन अब नए भारत का नया उप्र दंगाइयों व कर्फ्यू लगाने वालों से कैसे निपटता है, यह आप भी देख रहे होंगे। सीएम योगी ने कहा कि नए भारत में सुरक्षा, गरीब कल्याण, विकास, विरासत और आस्था का सम्मान है। सपा रामभक्तों पर गोली चलाती थी, आतंकियों के मुकदमे वापस लेती थी और भाजपा राम मंदिर बनवाती है। आपने वोट देकर भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली व लखनऊ सरकार को चुना है, इसलिए आपके योगदान की बदौलत अयोध्या में 500 वर्ष के बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है।

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