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अन्तर्राष्ट्रीय

उत्तर कोरिया को अमेरिका की चेतावनी

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अमेरिका

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अमेरिका वाशिंगटन| अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि हाल में उत्तर कोरिया द्वारा किए गए परमाणु परीक्षण के लिए उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, व्हाइट हाउस ने कहा कि ओबामा ने परमाणु परीक्षण को उकसावे की कार्रवाई बताया और दोहराया कि अमेरिका एशिया और दुनिया भर में अपने सहयोगी देशों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

जब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसेन राइस ने उन्हें उत्तर कोरिया में भूकंपीय गतिविधि का पता चलने के बारे में बताया तो ओबामा ने फोन पर दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्यून हे और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से भी बात की।

उत्तर कोरिया के मुख्य परमाणु परीक्षण स्थल पुंग्ये-री में सुबह करीब 9.30 बजे रिक्टर पैमाने पर पांच तीव्रता वाले कृत्रिम भूकंप का पता चला था। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि भूकंप की तीव्रता 5.3 थी।

बयान में कहा गया कि उत्तर कोरिया की इस उकसावे की कार्रवाई पर विचार करने के लिए ओबामा अपने सहयोगी देशों और साझेदारों के साथ अगले कुछ दिनों तक चर्चा करेंगे। किसी प्रकार के परमाणु या प्रक्षेपास्त्र प्रौद्योगिकी के परीक्षण करने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगा हुआ है। फिर भी, उसने इस साल जनवरी में अपना चौथा परमाणु परीक्षण किया था।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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