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मुख्य समाचार

आरबीआई ने बढ़ाई सीमा, एटीएम से अब निकालें 4500 रुपये

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ATMनई दिल्ली। कैश की किल्लत झेल रहे लोगों की राहत भरी खबर है। 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को जमा कराने की 50 दिन की समय-सीमा समाप्त होने के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एटीएम से कैश निकासी की सीमा 2500 रुपये से बढ़ाकर 4500 रुपए करने का फैसला किया है। अब एक जनवरी से एटीएम से हर दिन 4500 रुपये निकाले जा सकेंगे।

एक अधिसूचना में केंद्रीय बैंक ने कहा कि स्थिति की समीक्षा के आधार पर एक जनवरी 2017 से एटीएम से पैसे निकालने की सीमा प्रतिदिन वर्तमान 2,500 रुपये से बढ़ाकर 4,500 रुपया किया जा रहा है। वित्त मंत्री ने भी शुक्रवार को कहा था कि कैश निकासी की सीमा धीरे-धीरे बढ़ाई जाएगी। हालांकि, पैसे निकालने की साप्ताहिक सीमा में कोई बढ़ोतरी नहीं की गयी है जो एटीएम सहित एक व्यक्ति के लिए 24 हजार रुपया है।

इस बीच अब सबकी निगाहें 31 दिसंबर की शाम प्रधानमंत्री के संबोधन पर है, जहां ये उम्मीद जताई जा रही है की वो पिछले 50 दिन से परेशान लोगों को कोई बड़ा तोहफा दे सकतें है। सूत्रों के मुताबिक पीएम के संबोधन में 8 नवंबर जैसे कुछ कड़वे कदम कि संभावना कम है।

नेशनल

कांग्रेस के इस बड़े नेता ने की पीएम मोदी की तारीफ, लिखा- उनकी कृपा है जो उन्होंने मेरी मां के योगदान को याद किया

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नई दिल्ली। कांग्रेस की पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने पीएम मोदी की तारीफ की है। दरअसल प्रधानमंत्री मोदी के एक इंटरव्यू में उनसे अपनी मां और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की तारीफ सुनने के बाद संदीप दीक्षित ने उनका आभार जताया है। उन्होंने पीएम मोदी के इंटरव्यू के एक हिस्से को शेयर करते हुए लिखा, हालांकि, हमारे राजनीतिक मतभेद बने हुए हैं, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहुत कृपा है कि उन्होंने शीला दीक्षित और उनके योगदान को याद किया। मेरी मां और प्रधानमंत्री मोदी 12 वर्षों तक एक साथ अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री रहे और अक्सर विभिन्न मंचों पर बातचीत करते थे। सार्वजनिक जीवन में ऐसा शिष्टाचार आवश्यक है।”

दरअसल, पीएम मोदी को इस इंटरव्यू में दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित को याद करते हुए कहते सुना जा सकता है। पीएम कहते हैं, ”एक और मुख्यमंत्री हैं, जो बहुत बड़ी बातें करते हैं, शीला दीक्षित को कितनी गालियां दी और कितना बदनाम किया था और मैं व्यक्तिगत रूप से शीला दीक्षित जी का सम्मान करने वाले व्यक्तियों में से हूं। लेकिन, उनके ऊपर जो आरोप लगाए हैं, वह भी जीवन के आखिरी दिनों में उन्हें जिस तरह से बदनाम किया गया। मैंने उन्हें निकट से देखा है, ये बातें मेरे गले से नहीं उतरती हैं।”

बता दें कि आम आदमी पार्टी कांग्रेस को हराकर दिल्ली की सत्ता पर काबिज हुई थी। पार्टी इस चुनाव में उसी के साथ गठबंधन करके तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इसमें उत्तर पूर्वी दिल्ली की वह सीट भी शामिल है, जहां से 2019 में खुद शीला दीक्षित पार्टी की उम्मीदवार थीं। चर्चा थी कि संदीप दीक्षित वहां पर अपनी दावेदारी जता रहे थे, लेकिन पार्टी ने जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार वहां से टिकट दे दिया।

 

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