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मुख्य समाचार

अब आम लोग भी कर सकते हैं पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन

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नई दिल्ली। सरकार ने पद्म पुरस्कारों की नामांकन प्रक्रिया को आम लोगों के लिए खोल दिया है। अब कोई भी भारतीय नागरिक प्रतिष्ठित पद्म सम्मानों के लिए किसी के नाम की सिफारिश कर सकता है। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि इसे पारदर्शी बनाया जा सके और दबाव, लॉबिंग के असर से बचा जा सके।

सूत्रों के अनुसार नामांकन ऑनलाइन तरीके से किया जा सकता है लेकिन नामित करने वाले व्यक्ति को प्रमाणिकता और जवाबदेही के लिए अपना आधार ब्यौरा देना होगा। यह वेबसाइट पर उपलब्ध है। किसी अन्य तरीके से किया गया नामांकन/सिफारिश स्वीकार्य नहीं होगा। वर्ष 2017 के पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन की आखिरी तिथि 15 सितंबर है। इसके बाद प्राप्त होने वाले नामांकनों एवं सिफारिशों पर विचार नहीं किया जाएगा।

सूत्रों ने बताया कि ऐसा पहली बार है जब भारत सरकार आम लोगों को पद्म सम्मानों के लिए नामित करने की खातिर प्रोत्साहित कर रही है। नामांकन प्रक्रिया आम लोगों के लिए खोल दिए जाने से ऐसे लोगों की पहचान करने में भी मदद मिलेगी जिनके योगदान की बहुत चर्चा नहीं होती। ये सम्मान अब सिर्फ विशिष्ट वर्ग तक सीमित नहीं रहेंगे।

नेशनल

राहुल गांधी ने फिर उठाए ईवीएम पर सवाल, कहा- ये एक ब्लैक बाॅक्स है, किसी को इसकी जांच की इजाजत नहीं

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नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों के दौरान विपक्ष ने ईवीएम का मुद्दा जमकर उठाया था। हालांकि चुनावी नतीजे आने के बाद ये मुद्दा गायब सा हो गया था। अब एक बार फिर राहुल गाँधी ने ईवीएम का मुद्दा उठाया है। राहुल गांधी ने बिजनेसमैन एलन मस्क की पोस्ट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि भारत में ईवीएम एक ब्लैक बाॅक्स है और किसी को इसकी जांच की इजाजत नहीं है। हमारी चुनावी प्रकिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है।

राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव से जुड़ी एक घटना का जिक्र किया है। राहुल ने इससे जुड़ी खबर को शेयर किया है। इस मामले में ईवीएम को लेकर सवाल उठाए गए हैं। मुंबई पुलिस ने शिवसेना शिंदे गुट के सांसद रविंद्र वायकर के साले मंगेश पांडिलकर के खिलाफ केस दर्ज किया है। मंगेश पांडिलकर पर यह आरोप है कि उसने मुंबई के गोरेगांव चुनाव केंद्र के अंदर पाबंदी के बावजूद मोबाइल का इस्तेमाल किया था।

मुंबई पुलिस ने पांडिलकर को मोबाइल देने के आरोप में चुनाव आयोग के एक कर्मचारी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। दरअसल, इस मामले में मुंबई की नॉर्थ पश्चिम सीट से चुनाव लड़नेवाले कई उम्मीदवारों की तरफ से भी शिकायतें मिली थीं। जिसके बाद मामला दर्ज किया गया। बता दें कि शिवसेना शिंदे के उम्मीदवार रविंद्र वायकर दोबारा काउंटिंग होने के बाद केवल 48 वोटों से चुनाव जीतने में सफल रहे थे। इस पर काफी विवाद भी हुआ था।

 

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