Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

आप विधायक अलका लांबा पर हमला

Published

on

Loading

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) की विधायक अलका लांबा पर रविवार को राजधानी दिल्ली में नशीले पदार्थो के विरोध में चलाए जा रहे अभियान के दौरान अज्ञात लोगों ने पत्थरों से हमला किया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “कुछ अज्ञात लोगों ने उन पर पत्थर बरसाए, जिसमें वह घायल हो गईं। इस संबंध में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।”

पुलिस ने बताया कि अलका को मामूली चोट आई हैं। वह चांदनी चौक से विधायक हैं। अलका ने तड़के पांच बजे ‘भारत छोड़ो आंदोलन दिवस’ की याद में यमुना बाजार से मादक पदार्थो के विरोध में आंदोलन शुरू किया। उन पर कश्मीरी गेट इलाके में हमला हुआ। हमले के विरोध में आप नेता आशुतोष ने ट्विटर पर लिखा, “मादक पदार्थो के खिलाफ आप की जंग तेज होगी। आप विधायक अलका लांबा पर ड्रग उत्पादक संघ ने हमला किया। हमारी लड़ाई जारी रहेगी।”

उन्होंने यह भी कहा कि अलका पर मिठाई की दुकान में काम करने वाले एक व्यक्ति ने हमला किया और यह दुकान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक ओम प्रकाश शर्मा की है। आशुतोष ने ट्विटर पर लिखा, “स्थानीय लोगों ने हमें बताया कि अलका लांबा पर हमला करने वाला व्यक्ति मिठाई की दुकान में काम करता है। दुकान के मालिक भाजपा विधायक ओम प्रकाश शर्मा हैं।” उन्होंने लिखा, “भीड़ में सिर्फ उन्हीं को निशाना बनाया गया। यह गहरी साजिश है। आप इसका जवाब देगी।”

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

Published

on

Loading

अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

Continue Reading

Trending