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आधार सुरक्षा में हुआ बड़ा बदलाव, ये तरीका अपनाकर उठाएं फायदा

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नई दिल्ली। आधार नंबर लीक होने की खबरों के बाद अब यूआईडीएआई (विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) सुरक्षा चक्र को और मजबूत करने में जुट गया है। यूआईडीएआई ने आईडी कार्ड की सुरक्षा के वर्चुअल आईडी लांच करने की घोषणा की है। इसकी एक सीमित अवधि होगी जहां भी आपको आधार डिटेल देने की जरूरत पड़ेगी, वहां आप अपनी वर्चुअल आईडी देंगे।

अब Aadhaar नहीं देनी होगी वर्चुअल ID, ऐसे खुद ही कर सकेंगे जेनरेटयूआईडीएआई ने बुधवार को बताया कि यह ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) की तर्ज पर काम करेगा। इसके अलावा प्राइवेसी और सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए यूआईडीएआई ने लिमिटेड केवाईसी और यूआईडी टोकन को भी अमल में लाने का फैसला किया है।

अब Aadhaar नहीं देनी होगी वर्चुअल ID, ऐसे खुद ही कर सकेंगे जेनरेट इस तरह आपका आधार नंबर और अन्य डाटा पूरी तरह सुरक्ष‍ित रहेगा। वर्चुअल आईडी की सुविधा 1 मार्च से मिलनी शुरू हो जाएगी। हालांकि 1 जून से सभी एजेसियों के लिए अनिवार्य हो जाएगा कि वह वर्चुअल आईडी को स्वीकार करें।

वर्चुअल आईडी (वीआईडी)। यूआईडीएआई की नई व्‍यवस्‍था लागू होने पर वीआईडी अमल में आ जाएगा। यह 16 अंकों वाला एक अस्‍थाई नंबर होगा। पुष्टि के लिए आधार नंबर के स्‍थान पर इसका प्रयोग किया जा सकेगा। यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जाकर इस नंबर को जेनरेट किया जा सकता है। इसके अलावा उसे वापस, रद्द या फिर उसे बदला भी जा स केेेेगा। वेबसाइट के साथ ही मोबाइल एप्‍प या एनरॉलमेंट सेंटर पर जाकर वीआईडी हासिल या उसमें बदलाव किया जा सकेगा।

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यूआईडी टोकन। किसी कंपनी या संगठन द्वारा किसी के पहचान की पुष्टि के लिए अनुरोध करने पर यूआईडीएआई यूआईडी टोकन जारी करेगा। यह टोकन विशेष आधार नंबर और खास एजेंसी के लिए एक समान होगा। हालांकि, विभिन्‍न प्रतिष्‍ठानों के लिए यह अलग-अलग होगा। ऐसे में आधार नंबर धारक की सुरक्षा निश्चित हो सकेगी।

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कितनी बार कर सकेंगे जनरेट। वर्चुअल आईडी को आप अनगिनत बार जनरेट कर सकेंगे। यह आईडी सिर्फ कुछ समय के लिए ही वैध रहेगी। इससे इस आईडी का गलत इस्तेमाल होने की आशंका न के बराबर होगी।

अब Aadhaar नहीं देनी होगी वर्चुअल ID, ऐसे खुद ही कर सकेंगे जेनरेटकैसे करना होगा यूज। वर्चुअल आईडी जनरेट करने के बाद आपको जहां भी अपनी आधार डिटेल देनी है, वहां इस आईडी को देना होगा।जैसे ही आप इस आईडी को सामने वाले को देंगे, तो वह इसकी मदद से आधार से जुड़ा काम निपटा सकेंगे।

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राहुल गांधी ने फिर उठाए ईवीएम पर सवाल, कहा- ये एक ब्लैक बाॅक्स है, किसी को इसकी जांच की इजाजत नहीं

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नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों के दौरान विपक्ष ने ईवीएम का मुद्दा जमकर उठाया था। हालांकि चुनावी नतीजे आने के बाद ये मुद्दा गायब सा हो गया था। अब एक बार फिर राहुल गाँधी ने ईवीएम का मुद्दा उठाया है। राहुल गांधी ने बिजनेसमैन एलन मस्क की पोस्ट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि भारत में ईवीएम एक ब्लैक बाॅक्स है और किसी को इसकी जांच की इजाजत नहीं है। हमारी चुनावी प्रकिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है।

राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव से जुड़ी एक घटना का जिक्र किया है। राहुल ने इससे जुड़ी खबर को शेयर किया है। इस मामले में ईवीएम को लेकर सवाल उठाए गए हैं। मुंबई पुलिस ने शिवसेना शिंदे गुट के सांसद रविंद्र वायकर के साले मंगेश पांडिलकर के खिलाफ केस दर्ज किया है। मंगेश पांडिलकर पर यह आरोप है कि उसने मुंबई के गोरेगांव चुनाव केंद्र के अंदर पाबंदी के बावजूद मोबाइल का इस्तेमाल किया था।

मुंबई पुलिस ने पांडिलकर को मोबाइल देने के आरोप में चुनाव आयोग के एक कर्मचारी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। दरअसल, इस मामले में मुंबई की नॉर्थ पश्चिम सीट से चुनाव लड़नेवाले कई उम्मीदवारों की तरफ से भी शिकायतें मिली थीं। जिसके बाद मामला दर्ज किया गया। बता दें कि शिवसेना शिंदे के उम्मीदवार रविंद्र वायकर दोबारा काउंटिंग होने के बाद केवल 48 वोटों से चुनाव जीतने में सफल रहे थे। इस पर काफी विवाद भी हुआ था।

 

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