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उत्तराखंडः हरीश रावत को 28 मार्च तक बहुमत सिद्ध करने की चुनौती

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उत्तराखंड, हरीश रावत, 28 मार्च तक बहुमत सिद्ध करने की चुनौती, कैबिनेट की आपात बैठक, कांग्रेस के बागी विधायकों का रुख, राज्यपाल कृष्णकांत पाल, बागी विधायकों को वापस लौटने पर माफी

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उत्तराखंड, हरीश रावत, 28 मार्च तक बहुमत सिद्ध करने की चुनौती, कैबिनेट की आपात बैठक, कांग्रेस के बागी विधायकों का रुख, राज्यपाल कृष्णकांत पाल, बागी विधायकों को वापस लौटने पर माफी

देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस में बगावत का सामना कर रहे मुख्यमंत्री हरीश रावत को राज्यपाल ने 28 मार्च तक बहुमत साबित करने को कहा है। हरक सिंह रावत की अगुवाई में कांग्रेस विधायकों के एक गुट के बगावत के बावजूद हरीश रावत ने दावा किया है कि बहुमत उनके साथ है और बीजेपी के कई बागी विधायक उनके संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री रावत ने कहा है कि बागी विधायक यदि अपनी गलती मान लेते हैं और वापस आते हैं तो उनको माफी का मौका दिया जायेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम सदन में बहुमत सिद्ध कर देंगे, यदि ऐसा नहीं हुआ तो वे अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप देंगे।

बागी विधायकों को वापस लौटने पर माफी

उधर हरक सिंह रावत ने दावा किया है कि कांग्रेस के 13 विधायक उनके साथ हैं। विधानसभा में बीजेपी के 28 विधायक हैं, कांग्रेस के बागी विधायक बीजेपी के साथ खड़े हैं। इससे पहले, मुश्किलों में घिरी उत्तराखंड सरकार के बागी विधायक देर रात बीजेपी के विधायकों के साथ गुड़गांव पहुंचे। बीजेपी ने नेता श्याम जाजू ने कहा कि राज्यपाल के पास गए 35 विधायकों में 26 बीजेपी के और 9 कांग्रेस के हैं। ये विधायक राष्ट्रपति के सामने भी परेड के लिए जा सकते हैं।

बागी विधायकों को दल-बदल का नोटिस

उत्तराखंड विधानसभा स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल ने कांग्रेस के 9 बागी विधायकों को दल-बदल कानून के तहत नोटिस जारी कर दिया है। इसके पहले स्पीकर के साथ सीएम हरीश रावत और संसदीय कार्यमंत्री इंदिरा हृदयेश ने हाई लेवल की मीटिंग की। रावत ने इसके बाद कहा कि सरकार बहुमत साबित कर सकती है। बागी विधायकों को गलती मानकर माफी मांगने की मोहलत दी गई है। शनिवार शाम 7.30 बजे वह राज्यपाल के.के. पॉल से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस विधायक रेखा आर्य ने जारी संकट पर कहा कि पार्टी पूरे हालात पर नजर रख रही है। सही वक्त पर जरूरी कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर आज कांग्रेस विधायक सरिता आर्या के नेतृत्व में उत्तराखण्ड महिला कांग्रेस ने उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधायक विजय बहुगुणा तथा हरीश रावत के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस के इतने वरिष्ठ नेता इस तरह की घटिया हरकत कर रहे हैं। इन्हें तत्काल पार्टी से निकाल कर इनके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जानी चाहिए।

 

 

 

 

 

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

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नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

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