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राज्य में जो हुआ उसके लिये सीएम जिम्मेदार

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विधायकों की उपेक्षा करने पर कांग्रेस विधायकों की बगावत, गोपाल रावत

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विधायकों की उपेक्षा करने पर कांग्रेस विधायकों की बगावत, गोपाल रावत

देहरादून (उत्तरकाशी)। भाजपा के पूर्व विधायक गोपाल सिंह रावत ने कहा कि हरीश रावत सरकार अपना बहुमत खो चुकी है, ऐसे में सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है तथा सीएम रावत को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण के लिये सीएम ही जिम्मेदार है। सरकार को स्वयं पर केंद्रित कर उन्होंने लोकतांत्रिक तरीके से चुने गये विधायकों की उपेक्षा की है। भाजपा का इसमें कोई हाथ नहीं है।

विधायकों की उपेक्षा करने पर कांग्रेस विधायकों की बगावतः गोपाल रावत

रावत लोनिवि गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के ईर्द गिर्द बिना चुने प्रतिनिधियों का जमवाड़ा लगा रहता है, जो राज्य की नीतियों को बुरी तरह प्रभावित करते है। विधायकों की उपेक्षा हरीश रावत खुद करते रहे है। अब जब उपेक्षित विधायकों ने बगावत शुरू की तो इसके लिये भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रहे है। भाजपा चार वर्षों से जनहित के मुद्दों को विधानसभा में उठाती आ रही है। वर्तमान में जो हुआ वह सीएम रावत की खुद की देन है।

पूर्व विधायक ने कहा कि केदारनाथ की विधायक शैला रानी ने अपने फेसबुक पेज से खुद बताया कि केदारनाथ क्षेत्र में आपदा के बाद सुरक्षा कार्यों और आपदा प्रभावितों की समस्याओं को वह कई बार मुख्यमंत्री के समक्ष उठाती रही, लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं हुई। आपदा प्रभावित इलाकों में कई वर्ष बीतने पर भी स्थिति पटरी पर नहीं लौट पाई है, जबकि कांग्रेस सरकार दावा कर रही है कि सब कुछ पटरी पर लौट आया है जो एक झूठ का पुलिंदा है। श्री रावत ने कहा कि उत्तरकाशी ने 2012 ओर 2013 में भीषण आपदा झेली, लेकिन तीन साल बीतने पर भी हालतों में कोई सुधार नहीं हुआ है। जोशियाड़ा समेत कई क्षेत्रों के 250 से अधिक प्रभावितों को अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया है। बाढ़ में बहे पुलों और सड़कों का निर्माण अधर में लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि गंगाघाटी के हुर्री, डिडसारी, स्याबा, औंगी, भटवाड़ी, क्र्याक सहित कई गांव खतरे के मुहाने पर पंहुच चुके है, लेकिन इन गांवों के पुनर्वास और सुरक्षा की कोई सुध नहीं ली गई है। आपदा से ध्वस्त हुये लिंक मार्गों का तीन साल बीतने पर भी मरम्मत नहीं की गई है। टूटी नहरों, पेयजल योजनाओं की भी मरम्मत नहीं की गई है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अपना समर्थन बचाने के लिये जी तोड़ मेहनत कर रही हे, लेकिन आपदा प्रभावितों की समस्याओं के प्रति कोई ध्यान नही दे रही है। प्रभावितों की अनदेखी का खामियाजा कांग्रेस को आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ेगा। पूर्व विधायक ने कहा कि बाढ़सुरक्षा कार्यों के नाम से उत्तरकाशी में खुली लूट हो रही है। विधायक अपने चेहतों को ठेका दिलाने में मशगूल है। उपनल में हुई नियुक्ति में नातेदारों रिश्तेदारों को ही नियुक्ति दी गई है। उन्होने यह भी कहा कि उत्तरकाशी में जो बाढ़ सुरक्षा कार्य हुये हैं वह भाजपा व अन्य संगठनों की ओर से 107 दिन के धरना देने पर हुये हैं, लेकिन कार्यों की गुणवत्ता पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

 

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बिहार के भागलपुर में भोजपुरी एक्ट्रेस का फंदे से लटकता मिला शव, वाट्सएप पर लगाया था ऐसा स्टेटस

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भागलपुर। बिहार के भागलपुर में भोजपुरी एक्ट्रेस अन्नपूर्णा उर्फ अमृता पांडेय की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई मरने से पहले अमृता पांडे ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिखा है कि दो नाव पर सवार है उसकी जिंदगी…हमने अपनी नाव डूबा कर उसकी राह को आसान कर दिया। अमृता के इस स्टेटस से कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने सुसाइड किया है। हालांकि पुलिस अभी इस मामले पर कुछ भी बोलने से बच रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चलेगा।

परिवार वालों ने बताया कि करीब 3.30 बजे अमृता की बहन उसके कमरे में गई। वहां वह फंदे से लटकी हुई थी। आनन फानन में उसके फंदे से चाकू से काट​कर तत्काल परिवार वाले स्थानीय निजी अस्पताल ले गए, लेकिन वहां उसे मृत बता दिया गया। परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की रात उन लोगों ने काफी मस्ती की थी। फिर अचानक से क्या हुआ। किसी को समझ नहीं आ रहा। परिजनों ने बताया कि अमृता की शादी 2022 में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर निवासी चंद्रमणि झांगड़ के साथ हुई थी। वे मुंबई में एनिमेशन इंजीनियर हैं। अब तक उन लोगों को बच्चे नहीं हैं।

अमृता ने मशहूर भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल यादव समेत कई दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया है. साथ ही कई सीरियल, वेब सीरज और विज्ञापन में भी काम किया है। बहन के मुताबिक, अमृता कैरियर को लेकर काफी परेशान रहती थी। वह काफी डिप्रेशन में थी। इस वजह से वह इलाज भी करा रही थी। अमृता भोजपुरी फिल्मों के अलावा कुछ वेब सीरीज में काम में रही थी. हाल ही में अमृता की हॉरर वेब सीरीज प्रतिशोध का पहला भाग रीलिज हुआ है।

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