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DMRC में टिकट के लिए अब नहीं लगानी होगी लाइन, WhatsApp से करें बुक

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tickets book through WhatsApp in DMRC

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नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने टिकट बुक करने की एक नई सर्विस शुरू की है। जिसमे आप WhatsApp से अपने डेस्टिनेशन का टिकट बुक कर सकते हैं। फिलहाल ये सर्विस एनसीआर में सभी मेट्रो लाइनों के लिए उपलब्ध नहीं है। इसका फायदा अभी सिर्फ एयरपोर्ट लाइन के यात्री ही उठा पाएंगे।

WhatsApp चैटबॉट द्वारा ये टिकट बुकिंग सेवा फिलहाल दिल्ली मेट्रो ऑरेंज लाइन के लिए शुरू की गई है। इसके लिए DMRC ने एक WhatsApp नंबर जारी किया है, जिसे आपको अपने फ़ोन पर सेव करना होगा और फिर WhatsApp पर इसके द्वारा टिकट बुक कर सकेंगे।

WhatsApp पर दिल्ली मेट्रो का टिकट कैसे करें बुक?

– DMRC द्वारा जारी नंबर 9650855800 को अपने फ़ोन में सेव करें।

– अब WhatsApp ऐप में इसी नंबर का चैट विंडो खोलें और Hi लिखकर भेजें।

– सामने आए ऑटोमेटेड मैसेज में नीचे भाषा हिंदी या English चुनें।

– दूसरे ऑटोमेटेड मैसेज में टिकट खरीदें या Buy Ticket का ऑप्शन चुनें।

– ये आपको जहां से यात्रा शुरू करनी है, वो स्टेशन चुनने को कहेगा फिलहाल यह सुविधा शिवजी स्टेडियम, नई दिल्ली, धौला कुआं, दिल्ली ऐरोसिटी, आईजीआई एयरपोर्ट, द्वारका सेक्टर 21 के लिए ही उपलब्ध है। इनमें से एक स्टेशन चुनें।

– अब टिकट की संख्या चुनने का विकल्प आएगा. आपको जितने चाहिए बुक कर सकते हैं।

– ऑटोमेटेड मैसेज में आपकी सारी डिटेल्स आ जाएंगी। कुछ गलत है तो, इसे एडिट भी कर सकते हैं।

– सब ओके करते ही नए ऑटोमेटेड मैसेज में आपको पेमेंट का ऑप्शन आएगा और पेमेंट करते ही टिकट बुक हो जाएगा।

बता दें कि DMRC भारत में छठी ऐसी मेट्रो सर्विस है, जिसने WhatsApp टिकटिंग का माध्यम चुना है। इससे पहले, बेंगलुरु, मुंबई, पुणे, हैदराबाद और चेन्नई मेट्रो द्वारा ये सर्विस शुरू की जा चुकी है।

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केंद्र सरकार का बड़ा एक्शन, 70 लाख मोबाइल नंबर हुए सस्पेंड; जानें क्या है कारण 

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70 lakh mobile numbers suspended in INDIA

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नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने एक बड़ा एक्शन लेते हुए 70 लाख मोबाइल नंबर को सस्पेंड कर दिया है। यानी इन मोबाइल नंबर का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। अब आपके जेहन में ही यही सवाल आ रहा होगा कि आखिर सरकार की ओर से यह कदम क्यों उठाया गया है। दरअसल, यह कदम बढ़ते डिजिटल फ्रॉड को देखते हुए उठाया गया है।

इस वजह से हुए मोबाइल नंबर सस्पेंड

सस्पेंड किए गए ये वे मोबाइल नंबर थे जो किसी तरह के संदिग्ध लेन-देन से जुड़े थे। दरअसल, इस मामले को लेकर वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने मंगलवार को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के समय में डिजिटल पेमेंट को लेकर हो रही धोखाधड़ी को देखते हुए ऐसा किया गया है। बता दें, वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने यह जानकारी डिजिटल पेमेंट को लेकर धोखाधड़ी और इससे जुड़े मुद्दों पर बैठक के बाद दी है।

जनवरी में होगी अगली बैठक

जोशी ने कहा है कि डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए बैंकों को भी निर्देश दिए गए हैं। बैंकों को उनकी प्रक्रियाओं और प्रणालियों को पहले से मजबूत बनाने को कहा गया है। उन्होंने बैठक को लेकर जानकारी देते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर आगे भी बैठकें होती रहेंगी। इसी के साथ मामले पर अगली बैठक अगले साल जनवरी में रखी गई है।

वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AEPS) धोखाधड़ी को लेकर कहा है कि राज्यों को इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है। इसी के साथ राज्य सरकारों को डेटा सुरक्षा को भी मजबूत बनाने पर गौर देना चाहिए।

फ्रॉड के मामले कैसे होंगे कम

विवेक जोशी ने कहा है कि डिजिटल धोखाधड़ी को लेकर जागरुकता बेहद जरूरी है। इस तरह की धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए जरूरी है कि समाज को इन मामलों से अवगत करवाया जाए और जागरुक किया जाए। मालूम हो कि हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी साइबर धोखाधड़ी को लेकर समाज को जागरुक करने की बात पर जोर दिया था।

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