Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

तमिलनाडु में वेदांता के स्टरलाइट कॉपर संयंत्र पर लगा ताला, भूमि आवंटन भी रद

Published

on

Loading

देश के सबसे बड़े कॉपर कारखाने को तमिलनाडु सरकार ने स्थाई रूप से बंद करने का आदेश दिया है। तमिलनाडु सरकार ने वेदांता समूह के स्टरलाइट कॉपर संयंत्र को सील करने और इसे ‘स्थाई रूप से’ बंद करने का आदेश दिया। इसके साथ ही स्टरलाइट के विस्तार के लिए भूमि आवंटन भी रद्द कर दिया गया है।।

तमिलनाडु सरकार ने यह आदेश स्टरलाइट संयंत्र के चालू रहने को लेकर विरोध के दौरान पुलिस गोलीबारी में 13 लोगों की मौत के एक हफ्ते के बाद जारी किया है। इस पर वेदांता समूह ने कहा कि वह स्टरलाइट के तूतीकोरिन कॉपर संयंत्र को बंद करने के आदेश का अध्ययन करेगी और उसके बाद ही कोई कदम उठाएगी।

सरकार के आदेश में कहा गया है कि सरकार के ध्यान में यह लाया गया है कि तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) ने इस साल नौ अप्रैल के अपने आदेश में तूतीकोरिन के कॉपर संयंत्र के संचालन की सहमति का नवीनीकरण नहीं किया और इसके बाद 23 मई को पीसीबी ने इसे बंद करने व बिजली आपूर्ति के कनेक्शन काटने के निर्देश जारी किए हैं।

आदेश में कहा गया है, “जल अधिनियम 1974 के 18 (1)(बी) की धाराओं के तहत व्यापक जनहित में सरकार टीएनपीसीबी के बंद करने के निर्देश का समर्थन करती है और टीएनपीसीबी को इकाई को सील करने व संयंत्र को स्थायी रूप से बंद करने का निर्देश दिया।”

मुख्यमंत्री ई.के. पलनीस्वामी ने एक अलग बयान में कहा कि कॉपर संयंत्र के ‘संचालन की सहमति’ इस साल मार्च में समाप्त हुई थी और इसे टीएनपीसीबी द्वारा नवीनीकृत नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि 24 मई को संयंत्र की बिजली व पानी के कनेक्शन की आपूर्ति काटी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तूतीकोरिन के लोगों की संयंत्र को बंद करने की मांग स्वीकार कर ली गई है और इस प्रभाव के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

आदेश का स्वागत करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्हें इस पर कैबिनेट के फैसले की आवश्यकता है, अन्यथा कंपनी अदालत में जाएगी और स्थगन ले ली। वे यह भी चाहते हैं कि केंद्र सरकार भी इसी तरह का रुख अपनाए। शहर में जनजीवन फिर से सामान्य हो रहा है। दुकानें व अन्य प्रतिष्ठान उपभोक्ताओं के लिए खुल रहे हैं।

तूतीकोरीन ट्रेडर्स संघ के एस.राजा ने बताया, “दुकानें अब खुल गई हैं। हालात सामान्य हो रहे हैं, लेकिन जब तक तांबा संयंत्र स्थाई तौर पर बंद नहीं होगा, शहर में पूर्ण शांति बहाल नहीं होगी।”

स्टरलाइट के तूतीकोरिन संयंत्र बंद करने के आदेश का करेंगे अध्ययन : वेदांता

वेदांता कंपनी ने एक बयान में कहा, “स्टरलाइट कॉपर संयंत्र को बंद करना एक दुर्भाग्यपूर्ण कार्रवाई है। हम पिछले 22 साल से संयंत्र को सर्वाधिक पारदर्शी और टिकाऊ तरीके से चला रहे हैं और तूतीकोरीन और राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान दिया है। हम आदेश का अध्ययन करने के बाद अगला कदम उठाएंगे।”

बंबई स्टॉक एक्सचेंज में नियामकीय फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि उसे तमिलनाडु सरकार की तरफ से तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) को कंपनी के संयंत्र को बंद करने का 28 मई 2018 को जारी आदेश प्राप्त हुआ है, जिसे संयंत्र को हमेशा के लिए बंद करने का आदेश दिया गया है।

स्टरलाइट के विस्तार के लिए भूमि आवंटन रद्द

वेदांता लिमिटेड को दूसरा झटका देते हुए तमिलनाडु राज्य उद्योग संवर्धन निगम लिमिटेड (एसआईपीसीओटी) ने मंगलवार को तूतीकोरिन में कॉपर संयंत्र के विस्तार के लिए जमीन का आवंटन ‘व्यापक जनहित’ में रद्द कर दिया। सरकारी एजेंसी ने कहा कि 342.22 एकड़ के लिए जमा की गई कीमत को मानदंड के अनुसार वापस किया जाएगा।

अपने समर्थकों संग काले कपड़ों में डीएमके के कार्यवाहक अध्यक्ष एम के स्टालिन

वेदांता के पहले कॉपर संयंत्र की सालाना क्षमता 400,000 टन है। वेदांता ने नवंबर 2017 में कहा कि इसके बोर्ड ने कॉपर संयंत्र के विस्तार को 71.7 करोड़ डॉलर की पूंजीगत व्यय के साथ 800,000 टीपीए करने की मंजूरी दे दी है, जिसमें 14.1 करोड़ डॉलर की राशि पहले ही खर्च की जा चुकी है। (इनपुट आईएएनएस)

प्रादेशिक

बेंगलुरु इस्कॉन मंदिर में मनाया जा रहा है 25वीं रजत जयंती का ब्रम्ह महोत्सव

Published

on

Loading

लखनऊ। बेंगलुरु “इस्कॉन मंदिर” में भगवान और समाज की सेवा की “25वीं रजत जयंती” के वर्षों को 21 अप्रैल से 03 मई तक चिह्नित करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का अविस्मरणीय अलौकिक दिव्य-भव्य “ब्रम्ह महोत्सव” पूजा-अर्चना समारोह आयोजित* हुआ है।

इस दरम्यान *प्रभु मधु पंडित व प्रभु चंचल पति , प्रभु लक्ष्मीपति और प्रभु अनंतवीर्य ने अपने-अपने विचारों से अवगत कराया।

सभी भक्तों को बताया कि *प्रभु पाद जी के त्याग और समर्पण भाव से प्रेरणा* लेनी चाहिए। उन्होंने साथ ही यह भी बताया गृहस्थ जीवन में भी सभी को नियमित ब्रम्हमुहूर्त में महामंत्र का जाप करना चाहिए। श्रीकृष्ण जी की गीता वाणी का अध्ययन करके अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। इस्कॉन मंदिर में काफी संख्या में भक्तगण राधा कृष्ण का दर्शन करके प्रसादम् और आशीर्वाद लेते हैं। संध्या काल में राधा-कृष्ण पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। मंदिर में अन्य दिनों की अपेक्षा प्रत्येक शनिवार और रविवार को सभी आयु वर्गों के भक्तों की अत्यधिक उपस्थिति रहती है।

*बेंगलुरु में इस्कॉन मंदिर श्री कृष्ण भगवान और समाज की सेवा के 25वीं रजत जयंती के वर्षों को चिह्नित करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का “ब्रम्ह महोत्सव का उत्सव” 21 अप्रैल से 03 मई तक मनाया* जा रहा है। इसमें भाग लेने के लिए संपूर्ण भारत के विभिन्न राज्यों से भक्तजन आते हैं।

*इस्कॉन का हरे कृष्ण मंदिर*
इस्कॉन मंदिर (*International Society for Krishna Consciousness) बेंगलुरु की खूबसूरत इमारतों में से एक है*। इस इमारत में कई अत्याधुनिक सुविधाओं में *मल्टी-विजन सिनेमा थियेटर, कम्प्यूटर सहायता प्रस्तुतिकरण थियेटर एवं वैदिक पुस्तकालय और उपदेशात्मक पुस्तकालय* है। इस *मंदिर के अनुयाई सदस्यों व गैर-सदस्यों* के लिए यहां रहने की भी काफी उत्तम सुविधा उपलब्ध है। मालूम हो कि अपनी विशाल सरंचना के कारण *इस्कॉन मंदिर बेंगलुरु में बहुत प्रसिद्ध* है और इसीलिए *बेंगलुरु का सबसे मुख्य पर्यटन स्थान* भी है। इस मंदिर में आधुनिक और *वास्तुकला का दक्षिण भरतीय मिश्रण परंपरागत रूप से पाया जाता* है। मंदिर में अन्य संरचनाएं *बहु दृष्टि सिनेमा थिएटर और वैदिक पुस्तकालय*। मंदिर में भक्तों के लिए रहने कि सुविधाएं भी उपलब्ध है।

*इस्कॉन मंदिर के बैंगलुरु में छ: मंदिर हैं*

*राधा-कृष्ण मंदिर (मुख्य मंदिर)*
*कृष्ण-बलराम मंदिर,*
*निताई गौरंगा मंदिर (चैतन्य महाप्रभु और नित्यानन्दा),*
*श्रीनिवास गोविंदा (वेंकटेश्वरा)*
*प्रहलाद-नरसिंह मंदिर एवं श्रीला प्रभुपादा मंदिर*
*बैकुंठ हिल में तिरुपति बालाजी मंदिर और योग व भोग नरसिम्हा मंदिर*
उत्तर बेंगलुरु के राजाजीनगर में स्थित *राधा-कृष्ण का मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर है*। इस *मंदिर का शंकर दयाल शर्मा ने सन् 1997 में उद्घाटन* किया था।

Continue Reading

Trending