Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

आरकॉम, जियो ने स्पेक्ट्रम समझौते की घोषणा की

Published

on

Loading

मुंबई| अंबानी बंधुओं की दो दूरसंचार सेवा कंपनियों ने सोमवार को 800 मेगाहर्ट्ज बैंड में रेडियो फ्रीक्वेंसी स्पेक्ट्रम व्यापार और साझेदारी के लिए समझौते की घोषणा की। कंपनी ने साथ ही कहा कि जल्द ही उनके बीच रोमिंग समझौता भी हो सकता है। दोनों कंपनियों ने अपने अलग-अलग बयान में कहा है कि व्यापार समझौते के तहत नौ सर्किलों में स्पेक्ट्रम आवंटन अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) से मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो इंफोकॉम के पास चला जाएगा।

बयान के मुताबिक, साझेदारी समझौते के तहत 17 सर्किलों में दोनों कंपनियां स्पेक्ट्रम साझेदारी करेंगी।

बयानों में कहा गया है, “रिलायंस जियो इंफोकॉम और रिलायंस कम्युनिकेशंस के बीच स्पेक्ट्रम समझौते से समान नेटवर्क दोनों के उपयोग में आएगा, नेटवर्क की क्षमता बढ़ेगी और स्पेक्ट्रम उपयोग तथा पूंजीगत खर्च सर्वाधिक फायदेमंद तरीके से हो सकेगा।”

बयान के मुताबिक, “दोनों कंपनियों को संचालन और भविष्य में नेटवर्क निवेश में काफी बचत होने का अनुमान है।”

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

Published

on

Loading

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

Continue Reading

Trending