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रास चुनाव: उम्मीदवार घोषित करते ही कांग्रेस में असंतोष, इस नाम पर अधिक हैरानी

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नई दिल्ली। 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। उम्मीदवार घोषित करते ही पार्टी में असंतोष और बगावत के सुर सुनाई देने लगे हैं। कांग्रेस पार्टी ने कई दिग्गज और लंबे समय से उच्च सदन में जाने की उम्मीद लगाए बैठे नेताओं को दरकिनार करते हुए राहुल-प्रियंका के वफादारों पर भरोसा जताया है।

सबसे अधिक असंतोष राजस्थान और छत्तीसगढ़ को लेकर है, जहां सभी प्रत्याशी ‘बाहरी’ हैं। राजस्थान से कांग्रेस विधायक संयम लोढ़ा ने ट्वीट किया, पार्टी को बताना होगा कि राजस्थान का कोई उम्मीदवार क्यों नहीं बनाया गया।

राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने जहां अपनी तपस्या में कुछ कमी रह जाने की बात कहते हुए सवाल खड़ा किया है तो नगमा ने भी खुलकर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि 18 साल की तपस्या बेकार चली गई

किसे कहां से दिया टिकट?

कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ से राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन को प्रत्याशी बनाया है। राजस्थान से रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी उम्मीदवार होंगे।

हरियाणा से अजय माकन, मप्र से विवेक तनखा, तमिलनाडु से पी. चिदंबरम, कर्नाटक से जयराम रमेश और महाराष्ट्र से इमरान प्रतापगढ़ी उम्मीदवार होंगे।

राहुल-प्रियंका की चली, इमरान प्रतापगढ़ी को टिकट से बवाल

जानकारी के मुताबिक राज्यसभा के लिए टिकट बंटवारे में राहुल और प्रियंका गांधी के करीबियों को तरजीह दी गई है। कांग्रेस के कई ऐसे दिग्गज और सीनियर नेताओं को निराशा हाथ लगी, जो पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबी बताए जाते हैं।

इसके अलावा हाल के समय में पार्टी में सुधारों की बात करने वाले कई वरिष्ठ नेताओं को भी किनारे कर दिया गया है। एक तरफ जहां पार्टी के लिए लंबे समय से काम करने वाले कई नेता टिकट पाने से वंचित रह गए तो वहीं प्रियंका गांधी के करीबी कहे जाने वाले इमरान प्रतापगढ़ी का नाम सूची में देखकर सभी हैरान रह गए।

तपस्या में कमी रह गई: पवन खेड़ा

पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने राज्यसभा का टिकट नहीं मिलने पर सार्वजनिक रूप से अपनी निराशा जाहिर की है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ”शायद मेरी तपस्या में कुछ कमी रह गई।’

मीडिया में उनके असंतोष की चर्चा के बीच सोमवार सुबह उन्होंने एक और ट्वीट करके खुद को पार्टी के प्रति निष्ठावान बताने की कोशिश की। उन्होंने लिखा, ‘मुझे पहचान कांग्रेस ने दी है। मैं अपनी इस बात से सहमत भी हूं और इस पर अडिग भी हूं।’

नगमा का भी दर्द जाहिर

पवन खेड़ा के ही ट्वीट को आगे बढ़ाते हुए महिला कांग्रेस की महासचिव नगमा ने लिखा, ”हमारी भी 18 साल की तपस्या कम पड़ गई इमरान भाई के आगे।” नगमा ने यह भी कहा कि सोनिया गांधी ने उनसे वादा भी किया था।

उन्होंने लिखा, ”कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया ने 2003/04 में पार्टी जॉइन करते समय व्यक्तिगत रूप से मुझसे वादा किया था कि राज्यसभा भेजा जाएगा।

तब से 18 साल हो गए, लेकिन मुझे मौका नहीं मिला। इमरान को महाराष्ट्र से राज्यसभा भेज दिया गया, मैं पूछती हूं क्या मैं कम योग्य हूं।”

प्रमोद कृष्णम ने औरों की तपस्या का दिलाया ध्यान

पवन खेड़ा और नगमा अपनी तपस्या के बेकार जाने पर दुख जताया तो कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आजाद जैसे नेताओं का भी ध्यान दिलाया जो पार्टी के लिए चार दशक से काम कर रहे हैं। प्रमोद कृष्णम ने लिखा, ”सलमान खुर्शीद, तारिक अनवर और आजाद साहब की तपस्या तो 40 साल की है, वो भी शहीद हो गए।”

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पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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