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अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने 45 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया

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पाकिस्तान की समुद्री सुरक्षा एजेंसी, 45 भारतीय मछुआरे गिरफ्तार

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इस्लामाबाद| पाकिस्तान की समुद्री सुरक्षा एजेंसी ने पाकिस्तान की समुद्री सीमा में मछली पकड़ने के आरोप में 45 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया है। ‘डान’ की रिपोर्ट के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि भारतीय मछुआरों को उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वे अरब सागर में पाकिस्तानी सीमा के अंदर मछली पकड़ रहे थे। कुल पांच नौकाओं को भी जब्त किया गया है। अधिकारी ने कहा, “हमने बाद में उन्हें हिरासत में दे दिया और उन्हें बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा।” गिरफ्तार मछुआरों के खिलाफ विदेशी अधिनियम की धारा 3/4 तथा मत्स्य अधिनियम की धारा 3/9 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

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नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

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