Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

चीन में हाहाकार, अलर्ट पर भारत सरकार; जानें क्या कहा डॉ. रणदीप गुलेरिया ने

Published

on

Dr. Randeep Guleria

Loading

नई दिल्ली। चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना की रफ्तार को देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट मोड पर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने महामारी की स्थिति की समीक्षा की। बैठक में फैसला हुआ कि अब हर हफ्ते कोरोना के हालात की समीक्षा की जाएगी।

यह भी पढ़ें

चीन में कोरोना: मरीजों से भरे हैं अस्पताल, शवदाह गृहों में भी जगह कम

बढ़ती ठण्ड को देखते हुए लखनऊ में बदला स्कूलों का समय, 10 बजे से हुई टाइमिंग

इन सबके बीच AIIMS दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने भी कोरोना के नए मामलों को लेकर चेतावनी जारी की है। रणदीप गुलेरिया ने हाई रिस्क वाले समूहों से जल्द से जल्द बूस्टर खुराक लेने को कहा है। उन्होंने कहा कि सर्दियों में वायरल संक्रमण बढ़ जाता है। ऐसे में हाई रिस्क वाले लोगों को बेहतर देखभाल की जरूरत है। ऐसे लोगों को संक्रमण से दूर रखने के लिए बूस्टर डोज अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

यह पूछे जाने पर कि क्या आने वाले महीनों में बीजिंग में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले भारत को भी प्रभावित कर सकता है? गुलेरिया ने जोर देकर कहा कि भारत की स्थिति चीन की तुलना में बहुत बेहतर है। हालांकि, लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ‘भारत में टेस्टिंग में कमी आई है। सर्दी में लोग इसे वायरल फ्लू समझकर टेस्ट नहीं करा रहे हैं। अगर और टेस्ट होंगे तो वायरस के म्यूटेशन का पता चल जाएगा।’

चीन में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए भारत में क्या सावधानी बरती जाए इसपर AIIMS के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कई सवालों के जवाब दिए हैं-

क्या हम आने वाले दिनों में अधिक मामले देखने जा रहे हैं या हम अस्पताल में भर्ती होने और मौतों की लहर देखने जा रहे हैं?

डॉ. गुलेरिया ने कहा, ‘हमारी प्रतिरोधक क्षमता अधिक है और इस वैरिएंट से डेल्टा वेव की तरह निमोनिया नहीं होता है, इसलिए मुझे लगता है कि हम हल्की बीमारियों में वृद्धि देख सकते हैं, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने या मौतों में नहीं।’

क्या भारत के लोगों के लिए चौथा टीका शॉट अनिवार्य किया जाना चाहिए?

गुलेरिया ने कहा- ‘यह ऐसा कुछ है जिस पर हमें अधिक डेटा चाहिए। हमारे पास यह कहने के लिए पर्याप्त डेटा नहीं है कि हमारी प्रतिरक्षा के संदर्भ में वर्तमान स्थिति क्या है। यह कहना तर्कसंगत हो सकता है कि एक वर्ष के बाद दूसरा बूस्टर लेना सार्थक हो सकता है।

मुद्दा यह है कि क्या बूस्टर उतना ही प्रभावी है जितना पहले था या हमें अपनी वैक्सीन रणनीति बदलने की जरूरत है। इसलिए हमें और डेटा चाहिए। यदि आप पहले से ही एक बूस्टर ले चुके हैं, तो दूसरा लेने की कोई जल्दी नहीं है लेकिन हमें वर्तमान टीकों की प्रभावकारिता को समझने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले शोध भी करने चाहिए और क्या हमें सर्कुलेटिंग स्ट्रेन को कवर करने के लिए एक नए टीके की आवश्यकता है।

डॉ. गुलेरिया ने कहा- डेटा से पता चलता है कि जिन लोगों ने बूस्टर लिया है, उनमें लॉन्ग कोविड होने की संभावना कम है। इसलिए, मैं उन सभी लोगों से आग्रह करूंगा जिन्होंने बूस्टर शॉट नहीं लिया है, वे न केवल खुद को नए वेरिएंट से बचाने के लिए बल्कि लंबे समय तक कोविड के विकास के खिलाफ कुछ सुरक्षा के लिए भी इसे लें।”

खत्म नहीं हुआ है अभी कोविड

इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने देश में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को सजग रहने और निगरानी तंत्र मजबूत करने का निर्देश दिया।

मांडविया ने एक ट्वीट में कहा, ‘कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर आज विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है। मैंने सभी संबंधित लोगों को सजग रहने और निगरानी बढ़ाने के लिये कहा है. हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिये तैयार हैं।’

भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाएं

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने लोगों को टीका लेने तथा भीड़-भाड़ वाली जगह पर मास्क पहनने की सलाह दी है। उन्होंने लोगों से नहीं घबराने की अपील की और स्पष्ट किया कि अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा के दिशा-निर्देशों में अब तक कोई बदलाव नहीं किया गया है। पॉल ने कहा, ‘लोगों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना चाहिए। जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है या बुजुर्ग हैं, उन्हें विशेष रूप से इसका पालन करना चाहिए।’

केंद्र का राज्यों को निर्देश

जापान, अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील और चीन में मामलों में वृद्धि के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह निर्देश दिया कि वे कोविड के संक्रमित नमूनों के पूरे जीनोम अनुक्रमण को उभरते स्वरूपों पर नजर रखने के लिए तैयार करें। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कहा था कि इस तरह की कवायद से देश में नए स्वरूप का समय पर पता लगाने में मदद मिलेगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय करना सुविधाजनक होगा।

What said Dr. Randeep Guleria on covid-19, Dr. Randeep Guleria on covid-19, Dr. Randeep Guleria, Dr. Randeep Guleria latest news,

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending