Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

अब नेपाल में भी Paytm, PhonePe, Google Pay से करें भुगतान, शुरू हुई सुविधा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। अगर आप नेपाल घूमने जा रहे हैं तो आपको भारतीय रुपये साथ ले जाने की जरुरत नहीं हैं। अपने यूपीआई से नेपाल में भी आसानी से पेमेंट कर पाएंगे। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने शुक्रवार को कहा कि यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) अब पड़ोसी देश नेपाल में भी चलेगा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि UPI यूजर्स अब नेपाली व्यापारियों को क्यूआर कोड स्कैन करके भुगतान कर सकते हैं। पिछले साल सितंबर में एनपीसीआई अंतरराष्ट्रीय भुगतान (एनआईपीएल) और नेपाल के सबसे बड़े भुगतान नेटवर्क फोनेपे पेमेंट सर्विस के बीच एक समझौता हुआ था। इसके तहत ही पड़ोसी देश में यूपीआई से भुगतान शुरू हुआ है।

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने घोषणा करते हुए बताया कि नेपाल भारत का पड़ौसी देश है। हर साल लाखों की संख्या में लोग वहां घूमने या पिकनिक मनाने भी जाते हैं। वहां यूपीआई सुविधा मिलने से दोनों देशों के कारोबार में इजाफा होगा। कोई भी भारतीय नागरिक यूपीआई-सक्षम ऐप का इस्तेमाल करके नेपाल के विभिन्न व्यावसायिक दुकानों में तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक यूपीआई भुगतान कर सकेंगे। साथ ही बताया गया कि न केवल डिजिटल भुगतान क्षेत्र में नवाचार करना हमारी हमारी प्रतिबद्धता है, बल्कि व्यापार के लिए नए रास्ते बनाने और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए हमारे समर्पण को भी दर्शाती है।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने उम्मीद जताई थी कि कई अन्य देश भी यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) को लेकर रूची दिखा रहे हैं. हालांकि उन्होने इन देशों का नाम अभी तक नहीं बताया है। हाल ही में भारत और मॉरीशस के बीच रुपे कार्ड और यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सुविधा और भारत और श्रीलंका के बीच यूपीआई कनेक्टिविटी शुरू की गई थी। अब मॉरीशस जाने वाले भारतीय यात्री एक व्यापारी को वहां यूपीआई के जरिये भुगतान कर पाएंगे।

Continue Reading

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

Published

on

Loading

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

Continue Reading

Trending