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नरेंद्र मोदी का भाषण सुनना चाहते हैं अमेरिकी सांसद

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अमेरिकी संसद के संयुक्‍त सत्र में नरेंद्र मोदी का भाषण, चार अमेरिकी सांसदो ने लिखा स्‍पीकर को पत्र, मोदी का 7 और 8 जून को अमेरिकी दौरा, भारत-यूएस पार्टनरशिप 21वीं सदी की निर्णायक साझेदारी

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अमेरिकी संसद के संयुक्‍त सत्र में नरेंद्र मोदी का भाषण, चार अमेरिकी सांसदो ने लिखा स्‍पीकर को पत्र, मोदी का 7 और 8 जून को अमेरिकी दौरा, भारत-यूएस पार्टनरशिप 21वीं सदी की निर्णायक साझेदारी

अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र में मोदी के संबोधन के लिए स्पीकर को लिखा पत्र

वॉशिंगटन। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के सांसदों के सर चढ़कर बोल रहा है तभी तो अमेरिका के चार सांसदों ने स्‍पीकर को पत्र लिखकर भारतीय पीएम का भाषण अमेरिकी संसद के संयुक्‍त सत्र में करवाने को कहा है। जानकारी के अनुसार चार अमेरिकी सांसदों ने US हाउस स्पीकर पॉल रायन से कहा है कि भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे पर संसद के संयुक्त सत्र के सामने उनका भाषण करवाया जाए। मोदी 7 और 8 जून को अमेरिकी दौरे पर रहेंगे।

सांसदों ने कहा, भारत-यूएस पार्टनरशिप 21वीं सदी की निर्णायक साझेदारी

इन सांसदों ने रायन को लिखे पत्र में कहा है, ‘हमें लगता है कि भारत के साथ रक्षा, मानवता और आपदा राहत, अंतरिक्ष सहयोग और कंजर्वेशन और इनोवेशन हमारे रिश्तों की गहराई को देखते हुए यह प्रधानमंत्री को आमने-सामने सुनने का सही मौका है।’ इसमें कहा गया है कि भारत और अमेरिकी संबंधों को लगातार द्विपक्षीय सहयोग मिल रहा है और मोदी के भाषण से कांग्रेस को उनकी वैश्विक साझेदारी के प्रति समर्थन जताने का मौका भी मिलेगा। अमेरिकी सांसदों ने हाउस स्पीकर को लिखे पत्र में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भाषण के लिए आमंत्रित किया जाए और कांग्रेस को अपना समर्थन जाहिर करने का अवसर दिया जाए। इस वैश्विक साझेदारी के प्रति हम अपना समर्थन उन्हें जाहिर कर सकें।’ सांसदों का तर्क है कि भारत और अमेरिका के संबंध साझा मूल्यों के प्रति निष्ठा भी दिखाती है। कानून का शासन, लोकतांत्रिक व्यवस्था और धार्मिक विविधता इसके कुछ पहलू हैं।

पत्र में तर्क दिया गया है कि ऐसे तत्वों की गहन समानता की वजह से बनी इस नई दोस्ती के चैंपियन दोनों ही पार्टियों (रिपब्लिकन और डेमोक्रैटिक) में बिल क्लिंटन और जॉर्ज बुश के तौर पर रहे हैं। जिसकी अगली परिणति UN में मजबूत, गौरवमयी और परिपक्व होते भारत-अमेरिका के प्रभाव के तौर पर देखा जा सकता है। इस संबंध में लिखे पत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि किसी को भी इस पर संदेह नहीं है कि यह पार्टनरशिप 21वीं सदी की निर्णायक साझेदारी है। पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में ईडी रॉयस (चेयरमैन ऑफ द हाउस कमिटी ऑफ फॉरेन अफेयर्स), रैंकिंग मेंबर इलियट ऐंजल, जॉर्ज होल्डिंग और एमी बेरा हैं। बेरा अमेरिकी कांग्रेस में भारतीय अमेरिकी मूल की अकेली सांसद हैं।

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प्रादेशिक

ई मेल के जरिए अहमदाबाद के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस जांच में जुटी

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर के बाद अहमदाबाद के तीन स्कूलों में आज बम की धमकी मिली है। सोमवार को ईमेल के जरिए स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। दरअसल लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तीसरे चरण के लिए मतदान किया जाना है। इससे ठीक एक दिन पहले सुबह के समय एक ईमेल मिला, जिसमें स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी।

इस सूचना के मिलने के बाद अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम हरकत में आई और मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई। जानकारी के मुताबिक बाहरी सर्वर से मेल भेजा गया था, जिसमें कहा गया कि जो लोग नहीं मानेंगे उनके खिलाफ हम सख्त कार्रवाई करेंगे और हम इसे बम से उड़ा देंगे। बता दें कि इससे पहले दिल्ली एनसीआर के कई स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इस धमकी पर गंभीरता से पुलिस-प्रशासन ने जांच की और स्कूलों को खाली करा कर स्कूलों की तलाशी ली गई। हालांकि यह धमकी केवल अफवाह मात्र निकली। हालांकि इस बाबत भी पुलिस की जांच जारी है।

बता दें कि पुलिस प्रशासन द्वारा इस बाबत कार्रवाई शुरू कर दी गई है और पुलिस विभाग सख्त एक्शन लेने की बात कह रहा है। जिस ईमेल आईडी से मेल भेजा गया है, उसकी भी जांच की जा रही है और जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही पुलिस द्वारा लोगों पर भी नजर रखी जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें कहीं कुछ भी अज्ञात मिले या दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचित किया जाए।

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