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लोकसभा चुनाव से पहले घिरी मोदी सरकार, फिर बाहर आया नोटबंदी का जिन्न!

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लोकसभा चुनाव

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नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव में कुछ अब कुछ ही वक्त बचा है। ऐसे में जोर-शोर से चुनाव की तैयारी कर रही मोदी सरकार की टेंशन बढ़ाने वाली एक रिपोर्ट सामने आई है। यह रिपोर्ट किसी और की नहीं बल्कि आरबीआई की है। आरबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि नोटबंदी के बाद से 15 लाख 47 हजार करोड़ रुपए में 15 लाख 31 हजार करोड़ रुपए वापस आ गए हैं।

इस रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि केंद्र सरकार ने नोटबंदी को लेकर जो बड़ा दावा किया था बेदम था। मोदी सरकार ने नोटबंदी के बाद से कहा था कि इससे कालाधन वापस आ जाएगा। लेकिन रिपोर्ट सामने आने के बाद लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल यही आ रहा है कि अगर नोटबंदी में सारा पैसा बैंक में जमा हो गया तो कालाधन कहां गया? नोटबंदी पर आई इस रिपोर्ट से विपक्ष को अब सरकार को घेरने का मुद्दा मिल गया है। आपको बता दें कि 2017 नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में कहा था कि 3 लाख करोड़ वापस आ रहे हैं।

इस रिपोर्ट पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए कहा है, ‘विकास के मामले में भारतीय अर्थव्यवस्था ने जीडीपी का 1.5 फीसदी हिस्सा खो दिया है। जो कि अकेला 2.25 लाख करोड़ का सालाना नुकसान था।’ इससे पहले चिदंबरम ने एक और ट्वीट किया था। जिसमें चिदंबरम ने लिखा था, ‘नोटबंदी के दौरान 100 से ज्यादा लोगों की जान गई। 15 करोड़ दिहाड़ी मजदूरों ने कई हफ्तों के लिए अपनी आजीविका खो दी। हजारों की संख्या में एसएमई इकाई बंद हो गईं। लाखों की संख्या में नौकरियां नष्ट हो गईं।’

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पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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