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बीजेपी को लग सकता है बड़ा झटका, सपा में शामिल हो सकते हैं रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल बदलने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में माना जा रहा है कि आज बीजेपी को बड़ा झटका लग सकता है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी सोमवार को समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो सकते हैं।

सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने दावा किया है कि आज शाम मंयक सपा ज्वाइन कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि सांसद रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे को टिकट न मिलने से नाराज हैं। रीता बहुगुणा जोशी अपने पुत्र के लिए लंबे समय से टिकट की मांग कर रही थीं, लेकिन बीजेपी मयंक को चुनाव में उतारने के मूड में नजर नहीं आ रही है। ऐसे में रीता बहुगणा जोशी की नाराजगी भाजपा के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हो सकती है।

कैंट सीट पर कई नेता पेश कर रहे हैं दावेदारी

रीता बहुगुणा जोशी ने हाल ही में कहा था कि उनका बेटा 12 साल से बीजेपी में पूरी सक्रियता के साथ काम कर रहा है। ऐसे में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मांगना उसका अधिकार है। उन्होंने बताया था कि उनके बेटे ने कैंट सीट से टिकट की मांग की थी। बता दें कि इस सीट से बीजेपी के कई नेता अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। हाल ही में बीजेपी में शामिल हुई अपर्णा यादव भी साल 2017 में इसी सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं। ऐसे में बीजेपी को इस सीट पर उम्मीदवार घोषित करने को लेकर काफी सोच-विचार करना पड़ रहा है।

बेटे के टिकट मिला तो छोड़ दूंगी सांसदी               

हाल ही में रीता बहुगुणा जोशी ने बताया था कि अगर उनके बेटे को कैंट विधानसभा सीट से टिकट मिलता है तो वह अपनी सांसदी छोड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होने कहा था कि पार्टी ने अगर फैसला किया है कि एक परिवार से केवल एक ही व्यक्ति को टिकट मिलेगा तो मैं अपना पद त्याग करने के लिए तैयार हूं। इसके अलावा उन्होंने यह भी जानकारी दी थी कि 2024 में लोकसभा का चुनाव भी वह नहीं लड़ेंगी।

 

 

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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