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सत्ता की भूखी भाजपा कर रही लोकतंत्र की हत्या : सोनिया

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सत्ता की भूखी भाजपा कर रही लोकतंत्र की हत्या : सोनिया

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सत्ता की भूखी भाजपा कर रही लोकतंत्र की हत्या : सोनिया

नई दिल्ली| कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ हमलावर रुख अपनाते हुए शुक्रवार को कहा कि भाजपा सत्ता की भूखी है और उसका एकमात्र मकसद सत्ता हासिल करना है, जिसके लिए वह गैर-भाजपा शासित राज्यों की सरकारों को हर कीमत पर अस्थिर करने में जुटी है। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा के आरोपों का सामना कर रही सोनिया ने अब भाजपा पर सत्ता के लिए किसी भी हद तक जाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां लोकतंत्र बचाओ मार्च को संबोधित करते हुए कहा, “सत्ता के लिए भाजपा की भूख बढ़ती जा रही है, जिसे मिटाने के लिए वे राज्यों की लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित सरकारों को गिराने में लगे हैं।”

उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को लेकर चिंतित नहीं है, बल्किा उसका एकमात्र इरादा ‘हर जगह सत्ता हासिल करना है।’ उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मानवता के मौलिक सिद्धांतों की रक्षा के लिए बलिदान दिया है।

उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा कांग्रेस के खिलाफ बढ़ते हमले को ‘राष्ट्र विरोधी’ करार देते हुए कहा कि ‘हमारे लिए राष्ट्र विरोधी तत्वों से लड़ना कोई नई बात नहीं है।’

सोनिया ने कहा, “जिंदगी ने मुझे संघर्ष करना सिखाया है, हमने कई चुनौतियों का सामना किया है। वे नहीं जानते कि हम किस मिट्टी के बने हैं।”

इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी भाजपा नेतृत्व तथा उसकी वैचारिक संस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर हमला करते हुए कहा था, “देश केवल दो ही व्यक्ति चला रहे हैं- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत। जो भी उनके खिलाफ कुछ बोलता है, उसपर झूठे आरोप लगा दिए जाते हैं।”

राहुल ने जंतर-मंतर पर कहा, “देश में इन दिनों दो ही लोगों की आवाज सुनी जाती है, नरेंद्र मोदी जी और मोहन भागवत जी।”

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की आलोचना करने वालों के खिलाफ केंद्र सरकार तमाम तरह के झूठे आरोप लगा देती है।

केंद्र सरकार के खिलाफ ‘लोकतंत्र बचाओ’ मार्च में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित पार्टी के कई नेताओं ने हिस्सा लिया।

कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को अस्थिर करने में सभी कानूनों को ताक पर रख दिया।

नेशनल

जेल से बाहर आएंगे अरविंद केजरीवाल, 1 जून तक के लिए मिली अंतरिम जमानत

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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को 1 जून तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी है। 2 जून को केजरीवाल को सरेंडर करना होगा। केजरीवाल आज ही तिहाड़ से बाहर आएंगे। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि केजरीवाल पर चुनाव प्रचार को लेकर कोई पाबंदी नहीं है। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता की पीठ ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद ये आदेश पारित किया है। केजरीवाल को जमानत लोकसभा चुनाव के चलते दी गई है। हालांकि कोर्ट में ईडी ने इसका विरोध किया और कहा कि ये संवैधानिक अधिकार नहीं है।

अरविंद केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट से 5 जून तक की जमानत की मांग की थी। हालांकि, कोर्ट ने कहा- “हमें कोई समान लाइन नहीं खींचनी चाहिए। केजरीवाल को मार्च में गिरफ़्तार किया गया था और गिरफ़्तारी पहले या बाद में भी हो सकती थी। अब 21 दिन इधर-उधर से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। 2 जून को अरविंद केजरीवाल सरेंडर करेंगे।”

बीते गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने केजरीवाल की जमानत अर्जी का विरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया था। ईडी ने हलफनामे में कहा था कि चुनाव प्रचार करना कोई मौलिक अधिकार नहीं है। वहीं, दूसरी ओर ईडी के हलफनामे पर केजरीवाल की लीगल टीम ने कड़ी आपत्ति जताई थी। हालांकि, ईडी की सभी दलीलों को दरकिनार करते हुए अदालत ने केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी है।

 

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