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दिलचस्प हुई करहल सीट की लड़ाई, बीजेपी ने अखिलेश के खिलाफ एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारा

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लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारने का फैसला किया है। बघेल करहल सीट पर अखिलेश यादव को चुनौती देते नजर आएंगे। अखिलेश यादव सोमवार को करहल कलेक्ट्रेट में नॉमिनेशन दाखिल करने पहुंचे। नामांकन प्रक्रिया पूरी करने के बाद अखिलेश यादव ने ट्विटर पर अपनी फोटो शेयर करते हुए लोगों को नामांकन प्रक्रिया पूरी होने की जानकारी दी। अखिलेश ने ट्वीट किया, “नॉमिनेशन की प्रक्रिया पूर्ण हुई… मिशन 22 की ओर बढ़ता एक और क़दम…बाइस में बाइसिकल!” सपा प्रमुख के नामांकन के बाद बीजेपी सांसद एसपी सिंह बघेल भी कलेक्ट्रेट पहुंचकर करहल विधानसभा सीट के लिए नामांकन भरा। हालांकि बीजेपी ने अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है।

सपा से की थी राजीतिक पारी की शुरूआत

बघेल कभी पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के सुरक्षा अधिकारी भी रह चुके हैं। एसपी सिंह बघेल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत साल 1998 में समाजवादी पार्टी से की थी। अपने पहले ही चुनाव में उन्होंने जलेसर सीट से जीत हासिल की थी। बाद में वह सपा के टिकट से दो बार सांसद भी रहे। इसके बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देकर बसपा की सदस्यता ले ली। साल 2014 में बसपा को छोड़कर उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया। 2014 में फिरोजाबाद लोकसभा उन्होंने रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा लेकिन वह जीत हासिल न कर सके।

योगी सरकार में बने मंत्री, बाद में केंद्र में बने राज्यमंत्री

2014 में हार के बाद बघेल में 2017 में बीजेपी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ा। चुनाव में जीत हासिल करने के बाद उन्हें योगी सरकार में मंत्री का पद भी मिला। योगी सरकार में उन्होंने लघु सिचाई एवं मत्सय विभाग संभाला। बाद में हुए लोकसभा चुनाव में वह आगरा लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतरे और शानदार जीत हासिल की। मौजूदा समय में वह केंद्रीय केबिनेट में राज्यमंत्री हैं।

प्रादेशिक

इस्कॉन के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का निधन, देहरादून के अस्‍पताल में थे भर्ती

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देहरादून। इस्‍कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्‍यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का रविवार को निधन हो गया। हृदय संबंधी बीमारी के चलते उन्‍हें तीन दिन पहले देहरादून के सिनर्जी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्‍होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से भक्तों में शोक की लहर है।

इस्कॉन मंदिर के डायरेक्टर कम्युनिकेशन इंडिया बृजनंदन दास ने बताया कि 5 मई को शाम 4 बजे नई दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित मंदिर में दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज दो मई को दूधली स्थित मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां वह अचानक फिसलकर गिर गए थे। इससे उन्हें चोट लगी थी। उनका तीन दिनों से सिनर्जी अस्पताल में इलाज चल रहा था। भक्त उनके आखिरी दर्शन दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में कर सकेंगे। सोमवार को उनकी देह को वृंदावन ले जाया जाएगा। इसका समय अभी तय नहीं हुआ है।

 

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