Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार गिरफ्तार

Published

on

जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार गिरफ्तार, अफजल गुरु को शहीद बताने और देशविरोधी नारे लगाने पर विवाद, दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रफेसर अली जावेद, पूछताछ के लिए तलब

Loading

नई दिल्ली। जेएनयू में अफजल गुरु को शहीद बताने और देशविरोधी नारे लगाने पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार को पुलिस ने जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रफेसर अली जावेद को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए तलब किया। प्रफेसर जावेद प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद थे। प्रेस क्लब में हुए कार्यक्रम में भी भारतविरोधी नारे लगाए गए थे। प्रेस क्लब ने प्रफेसर जावेद अली की सदस्यता रद्द कर दी है। क्लब की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि कार्यक्रम के लिए हॉल की बुकिंग के दौरान उन्होंने हमें अंधेरे में रखा। हम ऐसे व्यवहार की घोर निंदा करते हैं। जेएनयू के वीसी ने इस पूरे मामले पर कहा, ‘कैंपस में ऐसी घटनाएं गंभीर हैं। मामले की उच्चस्तरीय जांच होगी। जांच के लिए कमिटी गठित की गई है। जांच में दोषी पाए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।’

गौरतलब है कि नौ फरवरी को जेएनयू में अफजल गुरु और जेकेएलफ संस्थापक मकबूल भट की फांसी का विरोध कर रहे थे। इस विरोध के लिए आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भारतविरोधी नारे लगाए गए। बवाल बढ़ने के बाद छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा था कि वह वहां कार्यक्रम में मौजूद थे न कि कार्यक्रम के आयोजक थे। शुक्रवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की बात की थी। राजनाथ सिंह ने कहा था, ‘देशविरोधी ताकतों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। देश में अगर कोई भारत विरोधी नारे लगाता है या देश की एकता, अखंडता पर सवालिया निशान लगाता है, तो उसे माफ नहीं किया जा सकता।’ विश्वविद्यालय द्वारा इस कार्यक्रम की अनुमति रद्द किए जाने के बाद भी 9 फरवरी की रात छात्रों ने कार्यक्रम आयोजित किया था। उसमें छात्रों की भीड़ ने कश्मीर को आजाद कराने, भारत की बर्बादी तक जंग जारी रखने और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे। इसमें अफजल गुरु और मकबूल भट्ट को शहीद भी बताया गया था। इस मौके की विडियो क्लिपिंग न्यूज चैनलों में चलने के बावजूद दिल्ली पुलिस ने खुद संज्ञान नहीं लिया था। बाद में बीजेपी के सांसद महेश गिरी की शिकायत के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ राजद्रोह के आरोप में केस दर्ज किया।

नेशनल

FIR दर्ज होने के बाद फरार हुआ केजरीवाल का पीए विभव कुमार, पुलिस लगा रही लोकेशन का पता

Published

on

Loading

नई दिल्ली। स्वाति मालीवाल से मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस की टीम एक्शन में आ गई है। अधिकारियों ने बताया कि यह एफआईआर महिलाओं के खिलाफ हिंसा के अपराध से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत दर्ज की गई। मालीवाल की ओर से कई पन्नों की शिकायत दर्ज कराने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया है। अब पुलिस इस मारपीट के मुख्य आरोपी विभव कुमार को तलाश रही है। हालांकि उसका कुछ पता नहीं चल रहा है। खबर है कि वो दिल्ली छोड़कर किसी अन्य राज्य में छुपा हुआ है।

जानकारी के मुताबिक, जिस वक्त स्वाति के साथ मारपीट हुई उस वक्त अरविंद केजरीवाल भी घर के अंदर ही मौजूद थे। इसलिए दिल्ली पुलिस उनसे भी पूछताछ कर सकती है। दिल्ली पुलिस की टीम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर जा सकती है। दिल्ली पुलिस घटना के समय मौजूद पुलिसकर्मियों और स्टाफ के बयान दर्ज करेगी। दिल्ली पुलिस सीसीटीवी की भी जांच करेगी जो सीएम आवास के अंदर लगे हैं।

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस विभव के घर पहुंची थी लेकिन वो घर पर नहीं था इसलिए टीम वापस लौट गई। विभव कहां हो सकता है पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है। आज महाराष्ट्र में इंडी गठबंधन रैली है, पुलिस को शक है कि कहीं विभव महाराष्ट्र तो नहीं चला गया। पुलिस की करीब 10 टीम पूरे मामले की जांच में जुटी है, जिसमें चार टीम विभव का लोकेशन पता लगा रही है। वह अमृतसर में भी हो सकता है।

इससे पहले स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट मामले में पुलिस ने मालीवाल का बयान दर्ज किया था। दिल्ली पुलिस की दो सदस्यीय टीम ने मालीवाल के आवास पर उनका बयान दर्ज किया। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, मालीवाल ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई घटना के बारे में पुलिस को बताया। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एसीपी) पी एस कुशवाह के नेतृत्व में पुलिस टीम चार घंटे से अधिक समय तक मालीवाल के आवास पर रही।

Continue Reading

Trending