Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

जेएनयू में लगे देश को जेल बताने वाले पोस्टर

Published

on

जेएनयू में देशद्रोह का बवाल, विवादित पोस्टर, अलग-अलग जातीय पहचान वाले समूहों की जेल

Loading

जेएनयू में देशद्रोह का बवाल, विवादित पोस्टर, अलग-अलग जातीय पहचान वाले समूहों की जेल

नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में कथित देशद्रोह का बवाल एक पखवाड़े के बाद भी शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। यूनिवर्सिटी परिसर में शनिवार सुबह एक बार फिर विवादित पोस्टर देखे गए। पोस्टरों में भारत को अलग-अलग जातीय पहचान वाले समूहों की जेल बताया गया है और कश्मीर को आजाद करने की मांग की गई है। गोदावरी हॉस्टल में लगे इन पोस्टरों को 12 मार्च तक न हटाने की अपील भी की गई है। हालांकि इन पोस्टरों पर किसी भी संगठन का नाम नहीं है। पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। जेएनयू के चार छात्रों के अलावा कैंपस के बाहर बेर सराय मोहल्ले में एक फोटोस्टेट दुकान के मालिक से इन पोस्टरों के बारे में पूछताछ की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि जेएनयू में लगे ये पोस्टर इसी दुकान से फोटोकॉपी करवाए गए थे।

पोस्टरों में की गई है कश्मीर को आजाद करने की मांग

कई दिनों तक लापता रहने के बाद सरेंडर करने वाले आरोपी छात्र उमर खालिद और अनिर्बान की तीन दिन की पुलिस रिमांड आज खत्म हो रही है। इन पर राजद्रोह का मामला चलाया जा रहा है। उमर खालिद और उसके साथियों पर राष्ट्र विरोधी नारे लगाने का आरोप है। इस मामले में एक और आरोपी छात्र आशुतोष कुमार ने शनिवार को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। सुबह 9:15 बजे आरके पुरम थाने में सरेंडर करने के बाद एसीपी समेत पांच पुलिस अधिकारियों की टीम आशुतोष से पूछताछ कर रही है पूछताछ। दोपहर तक आशुतोष को गिरफ्तार किया जा सकता है। उमर और अनिर्बान के साथ कोर्ट के सामने पेश करके दिल्ली पुलिस तीनों का रिमांड मांगने पर विचार कर रही है।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending